कोरबा (IP News). सीईडी फाउंडेशन (CED FOUNDATION) द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय शिक्षा रत्न अवार्ड से राष्ट्र के एजुकेशनल लीडर्स तथा एजुकेटर्स को सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के दीपका क्षेत्र में संचालित इंडस पब्लिक स्कूल (IPS) के प्राचार्य डा. संजय गुप्ता का नाम राष्ट्रीय शिक्षा रत्न अवार्ड के लिए चयनित हुआ है। 26 दिसम्बर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले समारोह में यह सम्मान डा. गुप्ता को प्रदान किया जाएगा। यह अवार्ड ऐसे शिक्षाविदों को प्रदान किया जाता है, जो 20 से 25 वर्ष से शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इसके साथ ही चयन के लिए विभिन्न पैरामीटर भी निर्धारित किए गए हैं।

क्या कहते हैं डा. संजय गुप्ता

एक शिक्षक का समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह सच है कि जन्म हमें माता पिता से मिलता है पर ज्ञान तो गुरु से ही मिलता है व ज्ञान बिना मनुष्य जीवन पशु समान है। क्योंकि कुदरत ने मनुष्य को विवेक से नवाजा है जो उसे अन्य प्राणियों से भिन्नता प्रदान करती है। डा. गुप्ता ने इस गौरवशाली उपलब्धि पर कहा कि आज सीखने एवं सिखालने की प्रक्रिया में काफी तेजी से परिवर्तन हुआ है। विद्यार्थियों के प्रभावी ढंग से सीखने के लिए साधन एवं संसाधनों का प्रबंध करना एवं उन संसाधनों का उपयोग कर विद्यार्थियों को सिखाना यही एक मात्र लक्ष्य लेकर अपने कार्य को निःस्वार्थ भाव से करना एक शिक्षक का परम दायित्व होता है। एक शिक्षक को चाहिए कि विद्यार्थियों को केवल पुस्तकीय ज्ञान के दायरे में न बांधकर, पुस्तक से अर्जित ज्ञान को अपनी जिंदगी में जीने हेतु प्रेरित करे। राष्ट्रीय शिक्षा अवार्ड से सम्मानित होना मेरे लिए तो वास्तव में जीवन की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैं इस हेतु सभी सम्मानीय विद्वानों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे इस सम्मान के काबिल समझा।

डा. संजय गुप्ता ने कहा कि हमारे संस्थान ने हमेशा अपने विद्यार्थियों को एक स्वस्थ और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान किया है, ताकि वे हर क्षेत्र की गतिविधि में विकास कर सकें। चाहे वह शिक्षा, खेल या अन्य कोई अतिरिक्त भूमिका हो। हमने अपने सभी विद्यार्थियों को समान अवसर दिए हैं, ताकि वे अपनी वास्तविक क्षमता की पहचान करें और स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद बाहरी दुनिया का सामना करने के लिए तैयार हो जाएं ।

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