वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के प्रशासनिक नियंत्रण में भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली अनुसूची–‘ए’ मिनीरत्न श्रेणी-1 की सीपीएसई भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (एसपीएमसीआईएल) ने आज नई दिल्ली में वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत सरकार को 215.48 करोड़ रुपये का लाभांश दिया। यह लाभांश दीपम के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में 31 मार्च, 2020 तक (वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 41 प्रतिशत कर के बाद लाभ (पीएटी)) कंपनी की 5 प्रतिशत की नेटवर्थ के आधार पर दिया गया है।
एसपीएमसीआईएल की सीएमडी श्रीमती तृप्ति पी. घोष ने एसपीएमसीआईएल के निदेशक (तकनीक) अजय कुमार श्रीवास्तव के साथ केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को लाभांश चेक भेंट किया। इस अवसर पर डीईए में सचिव तरुण बजाज के अलावा डीईए, वित्त मंत्रालय में वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार (सीएंडसी) डॉ. शशांक सक्सेना भी उपस्थित रहे।
एसपीएमसीआईएल ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान बैंक नोटों, सिक्कों, सिक्योरिटी पेपर, पासपोर्ट, सिक्योरिटी इंक और अन्य सिक्योरिटी उत्पाद तैयार करने के सभी लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। एसपीएमसीआईएल ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 982.4करोड़ बैंक नोट, 328.2करोड़ सिक्के, 7010 मीट्रिक टन (एमटी) सिक्योरिटी पेपर और 851 मीट्रिक टन (एमटी) सिक्योरिटी इंक तैयार की।वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान एसपीएमसीआईएल का परिचालन राजस्व 4,966 करोड़ रुपये और कर पूर्व मुनाफा 1,026.79 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2019-20 के लिए एसपीएमसीआईएल ने सार्वजनिक उपक्रम विभाग (डीपीई) से कंपनी प्रशासन के लिए “उत्कृष्ट” ग्रेडिंग का पुरस्कार भी हासिल किया है।