कोलकाता। गुरुवार को कोल इंडिया लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। इसके मुताबिक इस तिमाही में कंपनी के मुनाफे में सालाना आधार पर 21.4 फीसदी की गिरावट हुई है और यह 3,084.10 करोड़ रुपये पर रहा है। बता दें कि पिछले साल की तीसरी तिमाही में कंपनी को 3,921.81 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।

दिसबंर तिमाही के दौरान कंपनी के आय में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह 23,686 करोड़ रुपये पर रही है जो कि पिछले साल की तीसरी तिमाही में 23109 करोड़ रुपये पर रही थी।

तीसरी तिमाही में EBITDA में सालाना आधार पर 4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है और यह 5,164 करोड़ रुपये पर रही है। इसी तरह पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी की ओपरेटिंग प्रॉफिट 4,968.3 करोड़ रुपये रही थी।

इसे भी पढ़ें: कोरबा : कोयला खनन परियोजनाओं के खिलाफ मोरगा में जुटे ग्रामीण, कहा – नहीं देंगे जमीन, कोयला मंत्रालय अपनी गैरकानूनी अधिसूचना रद्द करे

इसी तरह तीसरी तिमाही में कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन में 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़त देखने को मिली है और यह 21.8 फीसदी पर रही है जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में 21.4 फीसदी रही थी।

दिसबंर तिमाही के दौरान कोल इंडिया की नेट सेल्स 20670.59 करोड़ रुपये रही है। कंपनी को ई- आॅक्शन से होने वाली नेट सेल्स के 3995.80 करोड़ रुपये पर रहने की उम्मीद है। दिसबंर तिमाही में कोयले का कुल प्रोडक्शन 15.68 करोड़ टन रहा है।

इधर, कंपनी के बोर्ड ने सोलर वैल्यू चेन बिजनेस और न्यू एंड रिन्यूबल एनर्जी के लिए 2 पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है।

  • Website Designing