23 मार्च के बाद से मिस्र की स्वेज नहर में कंटेनरशिप में सवार सभी सदस्य भारतीय हैं, पोत के तकनीकी प्रबन्धन में सामुद्रिक समाधान प्रमुख ने यह जानकारी दी है। बर्नहार्ड शुल्ते पोत प्रबन्धन ने कहा है कि चालक दल के सभी 25 सदस्य स्वस्थ और सुरक्षित हैं। प्रबंधन सभी पक्षों के साथ पोत को फिर से चलाने पर कार्य कर रहा है। उसने चालक दल के कठिन और अथक प्रयासों की सराहना की है।
ऑल इंडिया सीफर्स एंड जनरल वर्कर्स यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष अभिजीत सांगले ने बताया कि बर्नहार्ड शुल्ते पोत प्रबंधन से प्राप्त सूचना के अनुसार पोत पर तैनात 25 भारतीय तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से हैं।
जापान की शूई किशन कंपनी के स्वामित्व और ताइवान की एवग्रीन मरीन द्वारा संचालित यह पोत चार सौ मीटर लम्बा और दो लाख टन की क्षमता वाला है।
दुनिया के सर्वाधिक विशाल कंटेनर पोत में शामिल इस जहाज से संकीर्ण का मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। यह मार्ग एशिया और यूरोप के बीच समुद्री व्यापार का एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
पोत परिवहन महानिदेशक अमिताभ कुमार ने बताया है कि इस घटना से व्यापार पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ेगा।
बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय और पोत परिवहन महानिदेशक ने जवाहर लाल नेहरू बंदरगाह ट्रस्ट और मुन्द्रा एवं हजीरा बंदरगाहों को सलाह दी है कि वे एक रणनीति बनाएं ताकि स्वेज नहर में यातायात का संचालन फिर से किया जा सके।