नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज भारत में असेंबल की गई पहली एमजी जेडएस ईवी चलाई। भारत की पहली प्योर इलेक्ट्रिक इंटरनेट एसयूवी एमजी जेडएस ईवी के उत्पादन की शुरुआत कार निर्माता की स्वच्छ और हरियाली से भरे भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता का हिस्सा है और भारतीय सड़कों पर ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों को उतारने के सरकार के उद्देश्य पर खरा उतरती है।
देश में मोबिलिटी के भविष्य और इसमें एमजी मोटर इंडिया जैसी ऑटोमोटिव कंपनियों की भूमिका पर बोलते हुए श्री नितिन गडकरी ने कहा, “भारत एक नए युग के शिखर पर खड़ा है जो सस्टेनेबिलिटी से ड्राइव होगा। इलेक्ट्रिक वाहन अपनाना मोबिलिटी का भविष्य है और यह बढ़ते प्रदूषण संकट को रोकने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा। साथ ही, जीवाश्म ईंधन पर देश की निर्भरता कम करेगा। मुझे यह देखकर खुशी हुई कि एमजी मोटर इंडिया जैसी प्राइवेट कंपनियां देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार के कदमों को आगे बढ़ा रही हैं।
एमजी मोटर इंडिया 5-स्टेज चार्जिंग इकोसिस्टम स्थापित कर रहा है जिसका उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों के ग्राहकों की जरूरतें पूरी करना है। प्रत्येक जेडएस ईवी में किसी भी 15 एम्पीयर सॉकेट पर चार्ज करने की सुविधा होगी। कार निर्माता ग्राहकों के घर/कार्यालय में एक एसी फास्ट चार्जर भी लगाएगा।
कार निर्माता भी चुनिंदा एमजी शोरूमों पर डीसी सुपर-फास्ट चार्जिंग नेटवर्क स्थापित कर रहा है जिसका 24×7 लाभ उठाया जा सकता है। प्रमुख मार्गों के साथ चुनिंदा सैटेलाइट शहरों में एमजी डीलरशिप पर एक एक्सटेंडेड चार्जिंग नेटवर्क बनाने की योजना है, ताकि आरएसए (रोड साइड असिस्टेंस या सड़क किनारे सहायता) के साथ चार्ज-ऑन-द-गो प्रदान किया जा सके। सुपर-फास्ट डीसी चार्जर (50 किलोवॉट) से जेडएस ईवी 50 मिनट में 80% बैटरी क्षमता तक पहुंच जाएगी। घरों में स्थापित एसी फास्ट चार्जर्स की मदद से बैटरी पूरी चार्ज करने में लगभग 6 – 8 घंटे लगेंगे।
एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने जेडएस ईवी के परफॉर्मंस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “फेम-II और बीएस-6 मानकों के लॉन्च के जरिये भारत सरकार प्रयास कर रही है कि देश में क्लीनर टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दिया जाए। एमजी मोटर इंडिया सस्टेनेबिलिटी और ग्रीन मोबिलिटी के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की सराहना करती है। हम एंड-टू-एंड इकोसिस्टम के विकास में सरकार के निरंतर समर्थन के लिए आभारी हैं, जिसके लिए हम बाजार में अग्रणी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के साथ अपने समझौते के तहत विकसित कर रहे हैं। ”
सिर्फ चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर ही नहीं बल्कि एमजी मोटर इंडिया यह भी सुनिश्चित करने की दिशा में जिम्मेदारी से काम कर रही है कि एमजी जेडएस ईवी की बैटरी का इस्तेमाल फिर से किया जाए और जिम्मेदारी से इसका डिस्पोज किया जाए। कंपनी ने दो अलग-अलग कंपनियों के साथ समझौता किया है – एक्जिकॉम टेली-सिस्टम्स से नॉन-ऑटोमेटिव इस्तेमाल की रेंज के लिए बैटरी के दोबारा-इस्तेमाल के लिए; और बैटरी हैंडलिंग, रिसाइकलिंग और एंड-ऑफ-लाइफसाइकल बैटरी डिस्पोजल के लिए यूमीकोर से जो बेल्जियम में मुख्यालय वाला ग्लोबल मटेरियल्स टेक्नोलॉजी और रिसाइकलिंग ग्रुप है।
एमजी मोटर इंडिया के बारे में
1924 में यूके में स्थापित मॉरिस गैराज (एमजी) वाहन स्पोर्ट्स कारों, रोडस्टर्स और कैब्रियोलेट सीरीज के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थे। ब्रिटिश प्रधानमंत्रियों और यहां तक कि ब्रिटिश शाही परिवार सहित कई मशहूर हस्तियों में स्टाइल, एलिगेंस और स्पिरिटेड परफॉर्मंस की वजह से एमजी वाहनों की मांग रही है। ब्रिटेन में एबिंगडन में 1930 में स्थापित एमजी कार क्लब के हजारों फैन हैं, जो किसी एक कार ब्रांड के दुनिया के सबसे पुराने क्लबों में से एक है। एमजी पिछले 95 वर्षों में एक मॉर्डन, फ्यूचरिस्टिक और इनोवेटिव ब्रांड के रूप में विकसित हुआ है। एमजी मोटर इंडिया ने गुजरात के हलोल में अपने कार मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट में अपने मैन्यूफेक्चरिंग ऑपरेशंस की शुरुआत की है।