नागपुर। राजनीतिक दलों की तरह श्रमिक संगठनों में भी पाला बदलने और आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। खासकर कोल सेक्टर में यह स्थिति कहीं अधिक नजर आ रही है। वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड डब्ल्यूसीएल क्षेत्र में सदस्यता अभियान के दौरान जमकर दल-बदल का खेल चला। कई श्रमिक नेताओं सहित कार्यकर्ताओं ने एक संगठन छोड़ दूसरे संगठन में छलांग मारी। श्रमिक संगठनों ने दल-बदल को सोशल मीडिया में जमकर प्रचारित किया कि फलां नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने उनके संगठन में आस्था जताई।

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इन सबके बीच डब्ल्यूसीएल क्षेत्र के एक इंटक नेता ने कोयला श्रमिक सभा यानी एचएमएस के नेताओं की शैक्षणिक योग्यता पर टिप्पणी की थी। एचएमएस नेताओं को आठवीं फेल बताया था।

इधर, एचएमएस ने इसका जवाब देते हुए डब्ल्यूसीएल के केन्द्रीय पदाधिकारियों, नागपुर क्षेत्र व कामठी ओपन कास्ट क्षेत्र के पदाधिकारियों की शैक्षणिक योग्यता की सूची जारी की है।

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ऐसा कर एचएमएस ने यह जताने का प्रयास किया है कि उसके नेता पढ़े लिखे हैं। इस सूची में शिवकुमार यादव की शैक्षणिक योग्यता बीए प्रथम वर्ष बताई गई है। जबकि बीए प्रथम वर्ष कोई डिग्री नहीं होती। इसका आशय यह है कि श्री यादव 12वीं पास हैं।

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