उत्तरप्रदेश के लखीमपुर हिंसा पर विपक्ष पूरी तरह से लामबंद होता दिख रहा है। कांग्रेस, सपा, टीएमसी ने इस घटना की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं राज्य सरकार, विपक्ष पर इस मामले को लेकर अब सख्ती करती दिख रही है।
किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर के लिए निकलीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया। तो वहीं अखिलेश यादव के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इसके साथ ही यूपी सरकार ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी को लखनऊ में ना उतरने देने का आदेश जारी कर दिया है।
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गिरफ्तारी से पहले प्रियंका गांधी और पुलिस वालों में बहस भी होती दिखी। हिरासत में लिए जाने पर प्रियंका आग बबूला हो उठीं। उन्होंने पुलिस से कहा- ‘अरेस्ट करो हम खुशी से जाएंगे। लेकिन जिस तरह धक्का-मुक्की की गई। इसमें फिजिकल असॉल्ट, अटेंप्ट टू किडनैप, किडनैप, अटेंप्ट टू मोलेस्ट, अटेंप्ट टू हार्म की धाराएं लगती हैं। समझे। मैं समझती हूं। छूकर देखो मुझे। जाकर अपने अफसरों मंत्रियों से वारंट लाओ, ऑर्डर लाओ। महिलाओं को आगे मत करो। मुझे धकेल कर लाए हो। तुम्हारे प्रदेश में यह नहीं चलेगा। देश का कानून चलेगा। तुम्हें कोई हक नहीं है। हेलो सीओ साहब ऑर्डर कहां है? ऑर्डर निकालिए। कौन से ऑर्डर से रोका है आपने मुझे। इसमें मुझे बिठाओगे? ये है लीगल स्टेटस तुम्हारा। इस पर सीओ ने पुलिस वालों को आदेश किया कि पहले (प्रियंका गांधी को) तो अरेस्ट करो।’
मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया गया है। हरगांव से पहले भी प्रियंका गांधी को रोकने के लिए पुलिस तैनात थी, लेकिन उनका काफिला बाकी जगहों से निकलने में कामयाब रहा था।
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें धक्का दिया है, साथ ही हाथ मरोड़ने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया है।
इससे पहले प्रियंका गांधी को लखनऊ में भी पुलिस अधिकारियों ने कुछ देर के लिए रोका था। प्रियंका गांधी के इस दौरे पर हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र हुड्डा के साथ-साथ कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी साथ हैं।
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कांग्रेस नेताओं के अलावा भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत भी कई समर्थकों के साथ सोमवार तड़के लखीमपुर के लिए रवाना हो गए हैं। समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं का आज लखीमपुर का दौरा करने का कार्यक्रम है। यही कारण है कि सरकार ने सपा प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर के बाहर भी पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया है। साथ ही भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद को भी पुलिस ने सीतापुर में गिरफ्तार कर लिया है।
इधर, किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्रा टेनी के खिलाफ कल की घटना को लेकर तिकुनिया, लखीमपुर खीरी में शिकायत दर्ज़ कराई है।
ये उत्तर प्रदेश पुलिस है। सत्ता के अहंकार में आवाज दबा रहे हैं। किसानों के परिवार से मिलने से रोका जा रहा है।
न्याय की आवाज़ कभी दबती नहीं है।#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/0HrPujAPzG
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 4, 2021
श्रीमती @priyankagandhi जी के कपड़े खींचे जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा भोर के अंधेरे में उनके हाथ मोड़े जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ! तानाशाही लाख कर लो, हम अन्याय और नफरत के खिलाफ कुर्बानी देने वाले लोग हैं। झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे… #लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/HZiojipujc
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 4, 2021
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