सिंगरौली, 06 दिसम्बर। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) लगातार चौथी बार इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ओपेन कास्ट माइनिंग टेक्नालजी ऐंड सस्टेनिबिलिटी “आइकॉम्स 2021” का आयोजन कर रही है। यह कॉन्फ्रेंस विश्व ऊर्जा दिवस के तारतम्य में 13 व 14 दिसंबर को आयोजित होगा। इस कॉन्फ्रेंस के आयोजन में आईआईटी बीएचयू, वाराणसी नॉलेज पार्टनर की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस बदलते परिदृश्य में जब वैश्विक स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा, दीर्घकालिक व हरित खनन, कार्बन फुटप्रिंट में कमी तथा जलवायु परिवर्तन एक ज्वलंत मुद्दा है , ऐसे में कोयला उद्योग द्वारा पर्यावरण अनुकूल विधियों से राष्ट्र की ऊर्जा आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने हेतु चर्चा के लिए विश्व भर से जाने माने शिक्षाविद, वैज्ञानिक समुदाय और कोयला उद्योग के पेशेवरों की इस अंतरराष्ट्रीय कोन्फ्रेंस में एनसीएल द्वारा मेजबानी करना एक महत्वपूर्ण कदम है।
“आइकॉम्स 2021” के लिए देश विदेश से सैकड़ों शोध पत्र प्राप्त हुए हैं जिनमें से चुने हुए सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र कॉन्फ्रेंस के दौरान संबन्धित वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों व तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत किये जाएंगे द्य इस गहन मंथन से कोयला खनन उद्योग को एक नयी दिशा प्राप्त होगी।
इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी में 50 से अधिक लघु उद्योग व बहुराष्ट्रीय कंपनियां खनन क्षेत्र से संबंधित नवीनतम प्रौद्योगिकी, मशीनों और नवाचारों को प्रदर्शित करेंगी।
इस वर्ष कॉन्फ्रेंस की मुख्य थीम उत्पादन, उत्पादकता और खुली खदानों में खनन के दौरान सुरक्षा, खनन के टिकाऊ एवं पर्यावरणीय तरीके, अक्षय ऊर्जा और स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकी, ऊर्जा के लिए आवश्यक उन्नत श्रोत व तकनीकी जैसे विषयों पर केन्द्रित रहेंगी।
इस दौरान उत्कृष्ट शोध पत्रों व नवाचार के लिए “युवा वैज्ञानिक पुरस्कार” तथा नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शोधार्थियों को “बडिंग इनोवेटर्स अवार्ड” दिया जाएगा।
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