कोरबा (आईपी न्यूज)। केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिर्वतन मंत्रालय ने 10 कोल विस्तार तथा 4 वाशरी परियोजनाओं को हरी झण्डी दिखाई है। इसमें छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की कुसमुंडा खदान भी शामिल है। इस खदान के 62.5 मिलियन टन क्षमता विस्तार को पर्यावरण मंत्रालय ने मंजूरी दी है।
पर्यावरण मंत्रालय ने जिन विस्तार परियोजनाओं को मंजूरी दी है इनमें ईसीएल की राजमहल, एमसीएल की झारखण्ड स्थित लखनपुर तथा ओड़िसा स्थित कुलदा, एनसीएल की धुधीचा, डल्ब्ल्यूसीएल की महाराष्ट्र स्थित अड़सा, एसईसीएल की मध्यप्रदेश स्थित खैराहा परियोजना सम्मिलित है। छत्तीसगढ में स्थित केंट कोल ब्लाॅक विस्तार व वाशरी परियोजना को भी मंजूरी दी गई है। इसका आबंटन राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम को किया गया है। इसके अलावा अन्य प्रोजेक्ट्स भी हैं। पर्यावरण मंत्रालय ने जिन 10 कोल प्रोजेक्ट्स को हरी झण्डी दिखाई है इनसे सालाना 160 मिलियन टन कोयला उत्पादन होगा। 31 मिलियन टन क्षमता वाली 4 कोल वाशरी है, जिन्हे मंजूरी दी गई। यहां बताना होगा कि कोयला मंत्रालय 2024 तक एक बिलियन टन कोयला उत्पादन को लेकर कवायद कर रहा है। इसी के तहत खदानों के विस्तार को मंजूरी प्रदान की जा रही है।