नई दिल्ली, 31 जनवरी। बीएमएस से सम्बद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ जेबीसीसीआई की तृतीय बैठक में हो रही देरी को लेकर आंदोलन की तैयारी में है। संघ ने आंदोलन के लिए एटक, सीटू, एचएमएस को भी साथ लाने का निर्णय लिया है। इसके लिए इन यूनियन से चर्चा की जा रही है।
इसे भी पढ़ें : आर्थिक सर्वेक्षण 2022 : जानें प्रमुख बातें
सोमवार, 31 जनवरी को अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ की वर्चुअल मीटिंग हुई। इसमें बीएमएस के कोल प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी, राष्ट्रीय मंत्री सुरेन्द्रकुमार पाण्डेय आदि पदाधिकारियों ने भागीदारी की। बैठक में प्रमुख रूप से कोयला कामगारों के 11वें वेतन समझौते के लिए गठित जेबीसीसीआई की तृतीय बैठक में हो रही देरी को लेकर चर्चा की गई।
बैठक में कहा गया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कोल इंडिया प्रबंधन जेबीसीसीआई की तीसरी बैठक लेकर टाल मटोल का रवैया अपना रहा है। इसको लेकर बीएमएस के नेताओं ने नाराजगी प्रकट की।
एबीकेएमएस के महामंत्री सुधीर घुरडे ने बताया कि जेबीसीसीआई बैठक को लेकर सीआईएल पर दबाव बनाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। इसके लिए आंदोलन जैसा कोई कदम उठाने की जरूरत होगी।
श्री घुरडे ने बताया कि अन्य श्रमिक संगठनों के साथ चर्चा कर संयुक्त रूप से जेबीसीसीआई की बैठक के लिए कोयला मंत्री से पत्राचार किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें : 28 विदेशी देशों से मंगाया गया 116 अरब का 215 मिलियन टन कोयला
इधर, 16 फरवरी को स्टैंडिंग कमेटी ऑफ सेफ्टी की बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई है। यह बैठक कोयला मंत्री की अध्यक्षता में होती है। इसके पहले यदि जेबीसीसीआई की बैठक नहीं हुई तो सभी यूनियन से स्टैंडिंग कमेटी ऑफ सेफ्टी मीटिंग का बहिष्कार किए जाने को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …