भारत के वस्तु व्यापार में आया तेज उछाल, केवल 10 माह में पूरा किया बड़ा टारगेट

भारत के वस्तु व्यापार में तेज उछाल आया है। दरअसल, भारत ने महज 10 महीने में ही अब तक का सर्वाधिक वार्षिक निर्यात पूरा कर लिया है।

भारत के वस्तु व्यापार में तेज उछाल आया है। दरअसल, भारत ने महज 10 महीने में ही अब तक का सर्वाधिक वार्षिक निर्यात पूरा कर लिया है। जी हां, पिछले वर्ष दर्ज अब तक के सर्वाधिक वार्षिक निर्यात की संख्या 2021-22 के 10 महीनों में ही पूरी हो गई है। इस वित्त वर्ष के 10 महीनों में निर्यात आंकड़े 336 बिलियन डॉलर के करीब पहुंचे। इससे ज्ञात होता है कि निर्यात के लिहाज से कोरोना काल में कुछ धीमी पड़ी वैश्विक अर्थवस्थाओं में भारत ने सबसे तेज रिकवरी की है। वहीं अभी भी विश्व के कई विकसित देशों में निर्यात का पैमाना धीमा नजर आ रहा है।

क्या दर्शाती है समीक्षा ?

समीक्षा भी यह भी दर्शाती है कि भारत के वस्तु निर्यात में वैश्विक रुझान का अनुसरण किया और अप्रैल-दिसम्बर, 2021 के दौरान वस्तु निर्यात में 49.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि 2019-20 (अप्रैल-दिसम्बर) की तुलना में पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह बढ़ोतरी 26.5 प्रतिशत रही थी। अर्थात आर्थिक समीक्षा भी यह दर्शाती है कि कैलेंडर वर्ष 2021 की पहली छमाही में वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में तेजी देखी गई, जिससे वस्तु व्यापार अपने पूर्व-महामारी शीर्ष से भी ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है।

निर्यात लक्ष्य का 75% पहले ही किया हासिल

समीक्षा में यह उल्लेख भी किया गया कि भारत ने वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित 400 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अपने महत्वाकांक्षी निर्यात लक्ष्य का 75% से अधिक लक्ष्य पहले ही हासिल कर लिया और यह अपना लक्ष्य अर्जित करने के मार्ग पर बेहतर तरह से अग्रसर है।

निर्यात को जोरदार प्रोत्साहन से हुई बढ़ोतरी

समीक्षा में बताया गया कि प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं द्वारा वित्तीय प्रोत्साहन की घोषणा के कारण बाजारों में तेजी से हुई रिकवरी, उपभोक्ता व्यय में बढ़ोतरी, बचत और खर्च करने योग्य आय में वृद्धि और केंद्र सरकार द्वारा निर्यात को जोरदार प्रोत्साहन देने के कारण वर्ष 2021-22 में निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। निर्यात में बढ़ोतरी व्यापक आधार वाली रही है।

किन वस्तुओं का किया गया निर्यात

जनवरी 2022 में कुल निर्यातों के 78 प्रतिशत को कवर करते हुए 10 प्रमुख वस्तु का निर्यात किया गया जिनमें इंजीनियरिंग वस्तुएं, पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, जैविक एवं अजैविक रसायन, इलेक्ट्रोनिक वस्तुएं, प्लास्टिक एवं लिनोलियम, चावल, औषधि एवं फार्मास्यूटिकल, कपास सूत/फैब्रिक्स/मेडअप्स/हस्तकरघा उत्पाद आदि व सभी कपड़ों का आरएमजी शामिल हैं।

कृषि निर्यात लगातार अच्छा

वस्तु निर्यात के साथ-साथ वहीं भारत का कृषि निर्यात भी लगातार अच्छा चल रहा है। अप्रैल-नवम्बर, 2021 के दौरान कृषि और संबद्ध उत्पादों के निर्यात में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 23.2 प्रतिशत वृद्धि हुई है। समीक्षा यह सिफारिश करती है कि मुक्त व्यापार अनुबंधों को प्रोत्साहन देने से भारत के निर्यात विविधीकरण के लिए संस्थागत प्रबंधों को उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।

चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश

भारत नवंबर 2021 तक विश्व का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश बन गया। विदेशी मुद्रा भंडार 31 दिसंबर 2021 तक 633.6 अरब अमेरिकी डॉलर को छू गया। आर्थिक समीक्षा भी यह दर्शाती है कि भंडार में भारी बढ़ोतरी से विदेशी मुद्रा भंडारों से कुल विदेशी ऋण, लघु अवधि ऋण से विदेशी विनिमय भंडार जैसे बाह्य संवेदी सूचकांकों में सुधार को बढ़ावा मिला।

वस्तु निर्यात रुझान

2020-21 में अप्रैल से जनवरी के बीच करीब 228.9 बिलियन डॉलर का वस्तु निर्यात किया गया। वहीं 2021-22 के बीच इसी अवधी के दौरान यानि अप्रैल से जनवरी के बीच 335.44 बिलियन डॉलर का वस्तु निर्यात दर्ज किया गया। पिछले वर्ष दर्ज अब तक के सर्वाधिक वार्षिक निर्यात की संख्या इस वित्त वर्ष के 10 महीनों में ही पूरी हो गई और निर्यात आंकड़े 336 बिलियन डॉलर के करीब पहुंचे। वहीं जनवरी 2022 में भारत का वस्तु निर्यात जनवरी 2021 के 27.54 बिलियन डॉलर की तुलना में 23.69 प्रतिशत बढ़कर 34.06 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। जनवरी 2020 की तुलना में इसमें 31.75 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह बढ़कर 25.85 बिलियन डॉलर पहुंच गया।

2021-22 कितना रहा भारत का वस्तु निर्यात

भारत का वस्तु निर्यात 2021-22 (अप्रैल-जनवरी) में 46.53 प्रतिशत बढ़कर 335.44 बिलियन डॉलर जा पहुंचा। 2019-20 (अप्रैल-जनवरी) के 264.13 बिलियन डॉलर की तुलना में इसमें 27 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई।

जनवरी 2022 में गैर पेट्रोलियम निर्यात का मूल्य 30.33 बिलियन डॉलर था, जिसने जनवरी 2021 के 25.4 बिलियन डॉलर की तुलना में गैर पेट्रोलियम निर्यात में 19.4 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज कराई और जनवरी 2020 के 22.67 बिलियन डॉलर की तुलना में गैर पेट्रोलियम निर्यात में 33.81 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज कराई।

वित्त वर्ष 2021-22 (अप्रैल-जनवरी) गैर पेट्रोलियम निर्यात का संचयी मूल्य 287.84 बिलियन डॉलर था जिसमें वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल-जनवरी) के 209.19 बिलियन डॉलर की तुलना में 37.59 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और वित्त वर्ष 2019-20 (अप्रैल-जनवरी) के 228.8 बिलियन डॉलर की तुलना में यह 25.8 प्रतिशत अधिक था। जनवरी 2022 में गैर पेट्रोलियम तथा गैर-रत्‍न एवं आभूषण निर्यातों का मूल्य 27.09 बिलियन डॉलर था जिसने जनवरी 2021 में 22.56 बिलियन डॉलर के गैर पेट्रोलियम तथा गैर-रत्‍न एवं आभूषण निर्यातों की तुलना में 20.1 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज कराई तथा जनवरी 2020 के 19.79 बिलियन डॉलर के गैर पेट्रोलियम तथा गैर-रत्‍न एवं आभूषण निर्यातों की तुलना में 36.92 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज कराई।

वित्त वर्ष 2021-22 (अप्रैल-जनवरी) में गैर पेट्रोलियम तथा गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात का संचयी मूल्य 255.69 बिलियन डॉलर था, जिसमें वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल-जनवरी) के 189.47 बिलियन डॉलर के गैर पेट्रोलियम तथा गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात के संचयी मूल्य की तुलना में 34.95 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई तथा वित्त वर्ष 2019-20 (अप्रैल-जनवरी) के 197.94 बिलियन डॉलर के गैर पेट्रोलियम तथा गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात के संचयी मूल्य की तुलना में यह 29.18 प्रतिशत अधिक था।

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