रायपुर, 08 फरवरी। छत्तीसगढ़ स्थित सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड (एसईएमएल) ने रायगढ़ जिले में स्थित अपनी कोल वाशरी में परिचालन शुरू कर दिया है।
इसे भी पढ़ें : कोयला मंत्री जोशी बोले- खदान क्षेत्रों में श्रमिक व आईआर मुद्दों के कारण आपूर्ति हुई बाधित
एसईएमएल ने आज एक नियामक फाइलिंग में कहा, “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सभी आवश्यक अनुमोदन प्राप्त करने के बाद, कंपनी ने रायगढ़ में अपने कोल वाशरी में परिचालन शुरू कर दिया है।”
कोल वाशरी गारे पाल्मा IV/7 कोयला खदान परिसर के भीतर स्थित है और इसकी वार्षिक क्षमता 0.96 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) है।
इसे भी पढ़ें : सीआईएल : बंद खदानों पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की होगी स्थापना, 293 कोल माइंस हो चुकी हैं बंद
पिछले दिसंबर में एसईएमएल ने रायगढ़ स्थित गारे पाल्मा IV / 7 कोयला खदान में वाणिज्यिक खनन कार्य शुरू किया है, जिसे नवंबर 2020 में हुई नीलामी में जीता था।
1973 में निगमित सारडा समूह की प्रमुख शाखा एसईएमएल ने गारे पाल्मा IV/7 कोयला खदान के लिए पहली व्यावसायिक कोयला खदान की नीलामी में सबसे अधिक राजस्व हिस्सेदारी या न्यूनतम मूल्य से अधिक प्रीमियम से विजयी बोली लगाई थी।
इसे भी पढ़ें : DMF : 57411 करोड़ रुपए हुए एकत्र, ओडिशा को 16466 एवं छत्तीसगढ़ को मिले 8219 करोड़
कंपनी ने खदान के लिए 66.75 प्रतिशत की राजस्व हिस्सेदारी का हवाला दिया। माइंस का कुल भूवैज्ञानिक भंडार 234.205 मिलियन टन है, जिसकी अधिकतम क्षमता 1.20 मिलियन टन प्रतिवर्ष है।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …