केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ किया कि अभी रेलवे में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के रिक्त पदों को भरने के लिए विशेष भर्ती अभियान की जरूरत नहीं है। लोकसभा में सप्लीमेंट्री का जवाब देते हुए वैष्णव ने कहा कि रेलवे नियमित अंतराल पर भर्तियां कर रहा है। जिसके चलते अभी विशेष भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की कोई जरूरत नहीं है।
साल 2008 में चलाया गया था विशेष भर्ती अभियान
वैष्णव ने लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे ने साल 2008 में अंतिम विशेष भर्ती अभियान चलाया था। यह अभियान एससी, एसटी और ओबीसी की रिक्तियों में बैकलाग को दूर करने के लिए चलाया गया था।
उन्होंने बताया कि डीओपी एंड टी के निर्देशों के अनुसार साल 2008 में शुरू किए गए विशेष भर्ती अभियान के तहत कुल 14868 बैकलाग रिक्तियों पर नियुक्तियां की गईं। इस दौरान एससी- 4003, एसटी- 4143 और ओबीसी- 6722 लोगों का चयन कर उन्हें नियुक्तियां दी गईं।
नियमित अंतराल पर रेलवे कर रहा हैं भर्तियां मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि साल 2010 से रेलवे लगातार नियमित अंतराल पर भर्तियां कर रहा है। जो विभाग की भर्ती एजेंसियां जैसे रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) और रेलवे भर्ती सेल (RRC) के जरिए नियमित रूप से की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि एससी, एसटी और ओबीसी की कमी या बैकलाग रिक्तियों को बाद के भर्ती चक्र में पूरा किया जाता है। वैष्णव ने बताया कि मौजूदा वक्त में रेलवे आनलाइन भर्ती कर रहा है और इस प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है।
फिलहाल कुल 1,40,713 रिक्तियों के लिए लेवल -1 से लेवल -7 के लिए भर्तियां की जा रही है। जिनमें एससी 20,944 और एसटी 10,930 भी शामिल हैं।
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