नई दिल्ली, 24 मार्च। केन्द्रीय श्रमिक संगठनों ने 28 एवं 29 मार्च को चार नए लेबर कोड रद्द एवं बिजली संशोधन विधेयक को रद्द करने, मंहगाई पर नियंत्रण करने सहित 15 सूत्रीय मांगों को लेकर देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है।
हड़ताल का आह्वान करने वाले यूनियन में INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, TUCC, SEWA, LPF, AICCTU, UTUC, MEC, ICTU सम्मिलित हैं। हड़ताल सभी सेक्टर्स में होगी।
इधर, गुरुवार को भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री बिनय कुमार सिन्हा ने एक प्रेस नोट जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि बीएमएस इस हड़ताल में शामिल नहीं है। श्री सिन्हा ने कहा कि 28 एवं 29 मार्च को बुलाई गई हड़ताल राजनीति से प्रेरित है और राजनीत दलों के अस्तित्व को बचाए रखने तथा उनका राजनीति हित साधने के लिए यह हड़ताल की जा रही है।
बीएमएस नेता ने कहा कि हड़ताल बुलाने वाले संगठनों को श्रमिकों से कोई लेना देना नहीं है। बीएमएस के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि सभी ट्रेड यूनियनंस को अपनी राजनीति सम्बद्धता त्याग देना चाहिए। भारतीय मजूदर संघ इसका उदाहरण है। बीएमएस ही एक मात्र संगठन है जो श्रमिकों के हित की सोचता है और उनके लिए काम करता है।
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