नई दिल्ली, 29 मई। महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (MCL) की सियारमल खदान (Siarmal Mines) से कोयला उत्पादन की तैयारी चल रही है। इस खदान से पांच से सात वर्षों में 50 मिलियन टन कोयला उत्पादन होने लगेगा।
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लिहाजा सियारमल देश की सबसे बड़ी कोयला खदान बन जाएगी। देश में अब तक किसी भी खदान से 50 मिलियन टन कोयला उत्पादन नहीं हुआ है।
सियारमल माइंस ओडिशा के झारसुगड़ा जिले में स्थित है। यहां 1547.82 मिलियन टन कोयला भण्डार है।
एमसीएल प्रबंधन के अुनसार सियारमल खदान से चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में उत्पादन शुरू हो जाएगा।
शुरुआत में दो से पांच मिलियन टन तक कोयला निकाला जाएगा। धीरे- धीरे उत्पादन बढ़ेगा और पांच से सात साल के भीतर 50 मिलियन टन सालाना उत्पादन होने लगेगा। सियारमल ओपनकास्ट माइंस को अभी पहले चरण की पर्यावरणीय स्वीकृति मिली है।
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यहां बताना होगा कि देश में अभी एसईसीएल की गेवरा सबसे बड़ी कोयला खदान है। 2021- 22 में यहां से 41.45 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ था। गेवरा माइंस को चालू वित्तीय वर्ष के लिए 52 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। गेवरा माइंस को 49 मिलियन टन सालाना उत्पादन की पर्यावणीय मंजूरी मिल चुकी है।
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