नई दिल्ली, 19 फरवरी। ट्रेन के पटरी से उतरने, सिग्नल पासिंग एट डेंजर (एसपीएडी) और अन्य प्रकार की दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए भारतीय रेलवे ने आज से एक महीने तक चलने वाला गहन सुरक्षा अभियान शुरू किया गया है।
रेलवे बोर्ड, जोनल रेलवे और डिवीजनों के वरिष्ठ अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे विभिन्न सेक्शनों, लॉबियों, रख-रखाव केन्द्रों, कार्यस्थलों पर जाएं और दुर्घटनाएं/असामान्य घटनाओं को रोकने के लिए निर्धारित सुरक्षा परिचालनों और रख-रखाव प्रक्रियाओं की जांच करें तथा उन्हें लागू करें।
सहायक लोको पायलटों/लोको पायलटों द्वारा सिग्नलिंग पहलुओं और ब्रेकिंग प्रक्रियाओं का अनुपालन किया जाए तथा गति प्रतिबंधों का पालन; ट्रैक मशीनों/टॉवर वैगनों के ऑपरेटरों की काउंसलिंग; कार्य स्थल की सुरक्षा; शॉर्ट-कट आदि की रोकथाम का भी अनुपालन किया जाए।
फील्ड में काम करने वाले कर्मचारियों के सामने आने वाली समस्याओं को समझने और उनके समाधान उपलब्ध कराने के लिए स्टॉफ के साथ सही तथा गलत प्रक्रियाओं के बारे में बातचीत करने और संचालन/रख-रखाव/कार्य पद्धतियों का निरीक्षण करने के लिए अनुभाग/लॉबी/अनुरक्षण केन्द्र/कार्यस्थल में पर्याप्त समय व्यतीत करने का भी निर्देश दिया गया है।