जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में मिले 59 लाख टन लीथियम भंडार (lithium reserves) की नीलामी इस साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। केंद्रीय खनन सचिव विवेक भारद्वाज ने मंगलवार को भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की रिपोर्ट ‘न्यू एज एनर्जी मिनरल्स’ जारी होने के मोके पर अलग से बातचीत में यह जानकारी दी। भारद्वाज ने कहा, ‘इस साल के अंत तक नीलामी पूरी हो जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘हमने भंडार (लीथियम) की नीलामी के लिए जम्मू कश्मीर सरकार को पहले ही लेन-देन सलाहकार की सिफारिश कर दी है।’
पिछले महीने संसद में केंद्रीय खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि नीलामी के सही समय के बारे में जम्मू कश्मीर के अधिकारी ही फेसला करेंगे। यह पूछे जाने पर कि लेन-देन सलाहकार का चयन कब तक हो जाएगा, भारद्वाज ने कहा, जम्मू कश्मीर के प्राधिकारियों को लेन-देन सलाहकार की नियुक्ति पर फैसला करना है।’ सचिव ने कहा कि लीथियम के अलावा सरकार इस इलाके में नीलम की संभावनाएं भी तलाश रही है।
इस साल फरवरी में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने केंद्र शासित इलाके में लीथियम की खोज की थी। यह गैर अयस्क धातु अहम खनिज श्रेणी में आती है और अब तक भारत में उपलब्ध नहीं थी। भारत के ऊर्जा के बदलाव का लक्ष्य को हासिल करने के लिए लीथियम अहम है। यह लीथियम आयन बैटरी बनाने का प्रमुख घटक है, जिसका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ बेटरी भंडारण में होता है। इससे देश में 2030 तक निजी कारों में 30 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों में 70 प्रतिशत और दोपहिया व तिपहिया वाहनों में 80 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन चलाने का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।