विश्व में उष्ण-कटिबंधीय वन तेजी से घट रहे हैं। आज जारी की गई वन निगरानी परियोजना रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक वनों की कटाई को रोकने के देशों के संकल्प के एक वर्ष बाद भी वनों की कटाई निरन्तर जारी है। विश्व संसाधन संस्थान के वार्षिक सर्वेक्षण से पता चला है कि पिछले वर्ष एक करोड दो लाख एकड़ क्षेत्र में प्राथमिक वर्षा वन काट दिये गये जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
नवंबर 2021 के बाद यह पहला आकलन है जिसमें पूरे वर्ष को शामिल किया गया है। तब विश्व के 145 देशों ने ग्लासगो वैश्विक जलवायु सम्मेलन में संकल्प लिया था कि इस दशक के अंत तक वनों की कटाई पर रोक लगा दी जाएगी।
पिछले वर्ष पेडों की कटाई से 2 दशमलव सात गीगा टन कार्बन डाई आक्साइड का उत्सर्जन हुआ था जो बहुत बडी संख्या है। ब्राजील में सबसे अधिक ऊष्णकटिबंधीय वन क्षेत्र हैं जहां वनों की कटाई विश्व में सबसे अधिक हुई। वहां विश्व के 40 प्रतिशत से अधिक वन काट दिए गए। इसके पश्चात डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो और बोलीविया का स्थान है।
रिपोर्ट के कुछ सकारात्मक बिंदुओं में से एक दक्षिण एशिया से है जहां मलेशिया और इंडोनेशिया में वनों की कटाई रोकने के प्रयास सफल हुए हैं। कई देश वनों की कटाई को सीमित करने या रोकने के लिए नए सिरे से संकल्प ले रहे हैं। इसलिए निकट भविष्य में वैश्विक वन संपदा में बेहतरी के संकेत नजर आ रहे हैं।