कोरबा (आईपी न्यूज)। छत्तीसगढ़ के ख्यातिलब्ध लेप्रो सर्जन एवं रामकृष्ण केयर रायपुर के डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे ने कहा कि मोटापा एक बीमारी बन चुका है। भारत विश्व का दूसरा ऐसा देश है जहां मोटापा एक समस्या के रूप में सामने आ रहा है। इसका इलाज दवाइयों से नहीं बल्कि इससे बचने का एकमात्र तरीका है खानपान में बदलाव। डा. दवे ने कहा कि व्यक्ति यदि मोटापे से ग्रसित है और डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर, हाइपरटेंशन, जोड़ों में दर्द, पीठ का दर्द, थायराइड की समस्या, ह्रदय रोग, स्लीप एपेनिया है तो उसे तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डा. दवे कोरबा प्रेस क्लब में मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
यहां बताना होगा कि कोरबा में न्यू कोरबा हॉस्पिटल एवं रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर द्वारा संयुक्त रूप से बेरियाट्रिक (मोटापा) सर्जरी स्क्रीनिंग कैम्प एवं हर्निया का दो दिवसीय निःशुल्क जांच शिविर आयोजित किया गया। शिविर में न्यू कोरबा हॉस्पिटल के 11 चिकित्सकों के अलावा रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर के लेप्रो सर्जन डॉ. संदीप दवे (एम.एस.), डॉ. जव्वाद नकवी , डॉ. सिद्धार्थ तामस्कर, डॉ. विक्रम शर्मा, डॉ. अजीत मिश्रा (एमएस एमसीएच) जीआई सर्जन ने अपनी सेवाएं दीं। शिविर में मोटापा के 250 एवं हर्निया के लगभग 125 मरीजों ने अपनी जांच कराई। अधिकांश मरीजों को शिविर में ही सलाह के अलावा डाइट चार्ट उपलब्ध कराया गया। डा. दवे ने बताया कि बेरियाट्रिक (मोटापा) का यह पहला कैंप है और इसकी शुरुआत कोरबा से की गई है, जो हर महीने जारी रहेगा। पत्रकार वार्ता में डॉ.जी.एल वाधवानी, डॉ. एस.पालीवाल एवं न्यू कोरबा हॉस्पिटल के डायरेक्टर एस चंदानी भी उपस्थित थे।

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