कोरबा, 22 अगस्त। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (SECL) के मेगा प्रोजेक्ट गेवरा (Gevra) एवं दीपका (Dipka) एरिया में ट्रेड यूनियन की सदस्यता सत्यापन का काम पूरा हो गया है। दोनों ही एरिया में एक दफे फिर से हिंद मजदूर सभा (BMS) ने नम्बर एक की पोजीशन बनाई है। बीएमएस चौथे स्थान पर रहा।

देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा में श्रमिक संगठनों का सदस्यता सत्यापन का कार्य पूरा हो गया है। हिंद मजदूर सभा (HMS) ने कामगारों का भरोसा फिर से जीता है और 612 सदस्य संख्या के साथ पहली पोजीशन बनाई है।

BMS की सदस्यता नोट से भी कम

खास बात यह है कि गेवरा में भारतीय मजदूर संघ (BMS) की सदस्यता का आंकड़ा नोटा से भी कम है। जबकि बीएमएस से सम्बद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (ABKMS) के राष्ट्रीय अध्यक्ष टिकेश्वर राठौर का कोरबा गृह जिला है। एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट कोरबा जिले में स्थित हैं।

गेवरा के यूनियनवार सदस्याता के आंकड़े :

  • एचएमएस – 612
  • एटक – 510
  • इंटक – 184
  • बीएमएस – 184
  • नोटा – 308

दीपका प्रोजेक्ट में भी नम्बर एक

दीपका प्रोजेक्ट में एचएमएस पहले नम्बर पर है। यहां भी बीएमएस चौथे यानी अंतिम स्थान पर है।

गेवरा के यूनियनवार सदस्याता के आंकड़े :

  • एचएमएस – 424
  • इंटक – 292
  • एटक – 279
  • बीएमएस – 234
  • नोटा – 34

रेशमलाल यादव ने कहा- इसलिए हैं टॉप पर

एसईसीएल एमएचएस के केन्द्रीय अध्यक्ष रेशमलाल यादव ने कहा कि हम मजदूर हित में काम करते हैं और निरंतर उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए अग्रसर एवं संघर्षरत रहते हैं। यही वजह है कि 20- 22 वर्षों से एचएमएस टॉप पर बना हुआ है। श्री यादव ने बताया कि गेवरा क्षेत्र में सीडब्ल्यूसी, एरिया यूनिट में भी एचएमएस अव्वल है।

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