Diabetes: डायबिटीज के मरीजों के लिए पीपल की छाल या पत्ते बेहद फायदेमंद माने गए हैं। वैसे भी हिंदू धर्म में पूजा जाने वाला पीपल का पेड़ औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है।
पीपल के पेड़ के फल, पत्ते, छाल और जड़ सभी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने गए हैं। पीपल के छाल में मौजूद खास तत्वों के कारण इसे एक बेहतर दवा के रूप में माना जाता है। यह छाल डायबिटीज और यूरिक एसिड को कम करने में मदद करती है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए पीपल की छाल है रामबाण
पीपल की छाल डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद असरदार मानी जाती है। इसमें कई ऐसे एंटी-डायबिटीज तत्व मौजूद होते हैं। जिससे शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है। पीपल की छाल को पानी में उबालकर ठंडा होने पर पी सकते हैं। वहीं पीपल की सूखी छाल को पीसकर इसके पाउडर को गुनगुने पानी के साथ सेवन कर सकते हैं। पीपल की छाल का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले छाल के छोटे छोटे टुकड़े लेकर उन्हें धूप में सुखवा लें। इसके बाद इन्हें पानी में कम से कम 20 मिनट तक उबाल लें। फिर इस छाल को सुखवाकर पीसकर पाउडर बना लें।
इसे एक डिब्बे में भरकर रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में मिलाकर पी लें। नियमित रूप से इसका सेवन करने पर यूरिक एसिड और डायबिटीज दोनों ही कंट्रोल हो सकते हैं।
शरीर डिटॉक्स करने में मददगार
पीपल के पत्ते शरीर को डिटॉक्स करने में काफी मदद करते हैं। इसका सेवन करने से ब्लड में मौजूद सभी तरह की गंदगी और हानिकारक टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। खून साफ हो जाता है। इसके अलावा पीपल के पत्ते उबाल कर पीने से पेट संबंधी समस्याएं जैसे की अपच, ब्लोटिंग, उल्टी-दस्त, गैस, कब्ज आदि से भी आराम मिलता है।
यूरिक एसिड कम करे
शरीर के बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए भी पीपल की छाल को बेहद उपयोगी माना गया है। नीम की तरह पीपल के पेड़ में भी यूरिक एसिड कम करने वाले कई गुण पाए जाते हैं। इसके लिए पीपल की छाल को पानी में उबालकर काढ़ा बना लेना है। फिर इस काढ़े को सुबह-शाभि आधा कप सेवन करना करना है। ऐसा करने से जल्द ही राहत मिलेगी।