रायपुर, 17 सितम्बर (industrialpunch Election Desk) : छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Elections) की तैयारी में राजनीतिक दल जुटे चुके हैं। भाजपा (BJP) ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवार भी उतार दिए हैं। इधर, पार्टी के दिग्गज आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर (NankiRam Kanwar) को लेकर चर्चा सरगर्म है। भाजपा के भीतर से आ रही खबरों के अनुसार 80 साल के इस नेता को 2023 के चुनाव में ड्राप करने की तैयारी है।
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बताया गया है श्री कंवर की उम्र को देखते हुए उनके स्थान पर पार्टी किसी और नेता को रामपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बना सकती है। इसके संकेत दे दिए गए हैं। रामपुर विधानसभा क्षेत्र कोरबा जिले में स्थित है। ननकीराम कंवर फिर से चुनाव मैदान पर उतरने के इच्छुक हैं। सूत्रों की मानें तो श्री कंवर ने पार्टी हाईकमान को चेता दिया है कि यदि उन्हें रामपुर से टिकट नहीं दी गई तो वो बगावत कर सकते हैं।
ननकीराम कंवर वो शख्स हैं जो 1972 से निरंतर विधानसभा चुनाव लड़ते आ रहे हैं। वर्तमान में वे रामपुर से ही विधायक हैं। श्री कंवर 1972 में पहली बार रामुपर सीट से भारतीय जनसंघ की टिकट पर चुनाव मैदान पर उतरे थे, लेकिन कांग्रेस के प्यारेलाल कंवर से हार का सामना करना पड़ा था। 1977 के चुनाव में वे जनता पार्टी से उम्मीदवार बनकर उतरे और प्यारेलाल कंवर को पराजित कर विधायक बने। 1980 में जब भाजपा अस्तित्व में आई तो श्री कंवर ने पार्टी की टिकट पर रामपुर सीट से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उन्हें कांग्रेस के प्यारेलाल कंवर ने हरा दिया। 1985 में भी ननकीराम कंवर को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 1990 में उन्हें जीत मिली। इन दोनों ही चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी प्यारेलाल कंवर थे। 1993 में मध्यावधि चुनाव हुए। इस चुनाव में ननकीराम कांग्रेस प्यारेलाल से हार गए।
1998 के चुनाव में ननकीराम कंवर को जीत मिली, लेकिन इस चुनाव में प्यारेलाल कंवर मैदान पर नहीं थे। इसके बाद 2003 और 2008 के चुनाव में ननकीराम कंवर ने कांग्रेस प्रत्याशी प्यारेलाल कंवर पर जीत हासिल की। 2013 के चुनाव में ननकीराम का मुकाबला कांग्रेस के श्यामलाल कंवर से हुआ और हार का सामना करना पड़ा। 2018 के चुनाव में ननकीराम कंवर को जीत मिली। श्री कंवर अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन के दौरान मंत्री रहे हैं।
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देखना यह होगा कि यदि भाजपा ने 2023 के चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दी तो क्या वे वाकई में बगावत करेंगे या फिर वे पार्टी पर दबाव बनाने के लिए उसे चेता रहे हैं। वैसे पार्टी के पास रामपुर विधानसभा के लिए कई चेहरे हैं, लेकिन यह कहना होगा कि आज भी श्री कंवर इस क्षेत्र में एक लोकप्रिय नेता हैं।