सिंगरौली (आईपी न्यूज)। भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए निर्धारित कोयला उत्पादन एवं कोयला प्रेषण (डिस्पैच) का लक्ष्य वित्त वर्ष की समाप्ति से 4 दिन पूर्व शुक्रवार की ही दूसरी पाली की समाप्ति पूरा कर लिया। चालू वित्त वर्ष में शुक्रवार (27 मार्च) तक कंपनी ने 106.50 मिलियन टन कोयले का उत्पादन और 106.38 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया, जबकि चालू वित्त वर्ष में एनसीएल को 106.25 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण का लक्ष्य दिया गया था ।
इस उपलब्धि के साथ ही निर्धारित वार्षिक लक्ष्य को हासिल करने वाली एनसीएल, कोल इंडिया की पहली कम्पनी भी बनी है स साथ ही कंपनी का यह प्रदर्शन विगत वित्त वर्ष की समान अवधि यानी पिछले वित्त वर्ष में 27 मार्च तक किए गए कोयला उत्पादन एवं प्रेषण से क्रमशरू लगभग 6.15 प्रतिशत तथा 5.90ः प्रतिशत अधिक है।
इस उल्लेखनीय सफलता के लिए ,एनसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंधक निदेशक (सीएमडी) पी.के. सिन्हा ,निदेशक (तकनीकी/ संचालन) गुणाधर पाण्डेय, निदेशक (वित्त) एन. एन. ठाकुर, निदेशक (तकनीकी/योजना एवं परियोजना) एम. के प्रसाद तथा निदेशक (कार्मिक) बिमलेंदु कुमार ने एनसीएल परिवार के प्रत्येक सदस्य, श्रमिक संगठन एवं सीएमओएआई के प्रतिनिधियों तथा कंपनी से संबंद्ध सभी हितग्राहियों (स्टेकहोल्डर्स) के प्रति आभार जताया है।
साथ ही कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति के आलोक में, सीएमडी प्रभात कुमार सिन्हा सहित समस्त निदेशक मंडल ने टीम एनसीएल की कर्मठता, समर्पण, निष्ठा एवं टीम वर्क की सराहना करते हुए सामाजिक दूरी बनाकर, अत्यधिक सावधानी व निवारक सतर्कता के साथ काम करने का आवाहन किया।
गौरतलब है कि आज जब राष्ट्र कोरोना वायरस जनित घातक समस्या के साथ जंग की स्थिति में है, उस समय टीम एनसीएल देश की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ सावधानीपूर्वक एकजुट प्रयास कर रही है।