इस्पात मंत्रालय (Steel Ministry) की सलाहकार समिति ने वैश्विक बाजार में पहली बार इस्पात क्षेत्र के उत्पादों की लेबलिंग और ब्रांडिंग पर चर्चा की है। भारतीय इस्पात उत्पादों को ग्राहकों के लिए और अधिक आकर्षक बनाने के लिए इस्पात उत्पादों की मानकीकृत गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर भी ध्यान दिया जायेगा।
नई दिल्ली में मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय इस्पात उद्योग को बढ़ावा देने और प्रधानमंत्री के मेक-इन-इंडिया ब्रांड विजन को मूर्तरूप देने के लिए इसे महत्वपूर्ण बताते हुए स्पष्ट किया।
श्री सिंधिया ने विश्व के विनिर्माण केंद्र को विकसित करने के प्रयासों पर भी बल दिया जो भारतीय इस्पात की एकीकृत और विशिष्ट पहचान देने से गुणवत्ता, नवाचार और वहनीयता को प्रदर्शित करती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस्पात मंत्रालय ऐसी ब्रांडिंग लेकर आई है जहाँ भारत में बने इस्पात की एक विशेष ब्रांड पहचान, देश की मजबूत विनिर्माण क्षमता को उजागर करेगी।
श्री सिंधिया ने बताया कि राष्ट्रीय डिजाइन संस्था अहमदाबाद को लेबल का डिजाइन बनाने का काम दिया गया है। भारत में बनी ब्रांडिंग स्वदेशी इस्पात उत्पादों की लेबलिंग पहली बार प्रदान कर रही है जिसमें उत्पाद का विवरण और मेड-इन-इंडिया लोगो के साथ एक क्यू-आर कोड भी है।