कोयला मंत्रालय, भारत सरकार की पहल के अनुपालन में, CIL तथा उसकी अनुषंगी कंपनियों में प्रिवेंटिव सतर्कता और सुशासन सुनिश्चित करने की दिशा में कोल इंडिया के CVO ब्रजेश कुमार त्रिपाठी तथा WCL के CVO अजय मधुकर म्हेत्रे ने बहु-विषयक अधिकारियों की टीम के साथ आज WCL वाणी क्षेत्र की नीलजई ओपन कास्ट खदान तथा घुगस रेलवे साइडिंग का औचक निरीक्षण किया।
यह निरीक्षण खदानों में वास्तविक रूप से उपलब्ध कोल स्टॉक के साथ बुक स्टॉक की सटीकता की जांच करने के लिए किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान वेटब्रिज (दोनों छोर पर वजन), बूम-बैरियर और क्रशर, RFID स्कैनर की कार्यप्रणाली जैसी IT पहलों की प्रभावकारिता की भी जांच की गई।
इसके उपरांत क्षेत्रों में अधिकारियों के बीच प्रिवेंटिव सतर्कता और सुशासन पर जागरूकता लाने हेतु कोल इंडिया के CVO ब्रजेश कुमार त्रिपाठी तथा WCL के CVO अजय मधुकर म्हेत्रे ने चंद्रपुर क्षेत्र में आयोजित एक कार्यशाला को सम्बोधित किया, जिसमें उस इलाक़े के WCL के पांचो एरिया के लगभग 170 अधिकारयों ने भाग लिया ।
CVO CIL श्री त्रिपाठी ने बताया कि कोल इंडिया कम्पनी का Brand value बढ़ाना है तथा इसे मूल्यवान कम्पनी से मूल्यों की कम्पनी बनाना है।