धनबाद, 09 सितम्बर। धनबाद स्थि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे (Minister of State for Coal Satish Chandra Dubey) का जीएम द्वारा जूता उतारते और उनके पजामा का नाड़ा कसते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

यहां बताना होगा कि केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे आठ सितम्बर को बीसीसीएल के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मुनिडिह अंडर ग्राउंड माइंस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद जब वो माइंस से बाहर निकलकर महाप्रबंधक कार्यालय के वेटिंग रूम में पहुंचे और सोफे पर बैठे ही थे कि पास में मौजूद जीएम अरिंदम मुस्तफी सतीश चंद्र दुबे के पैरों से जूता उतारने लगे। जीएम साहब ने मंत्री जी का जूता उतारने के बाद अपने हाथों से ही जूते को दूसरे कर्मी को रखने के लिए दिया।

दूसरा वीडियो सामने आया जिसमें जीएम साहब कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे के पजामा का नाड़ा कसते हुए दिख रहे हैं। दरअसल मुनिडिह अंडर ग्राउंड माइंस का जायजा लेने के बाद मंत्री जी के पजामा का नाड़ा ढीला पड़ गया था। मंत्री जी बार- बार पजामा उपर कर रहे थे। इसको देखते हुए जीएम ने खुद ही उनका पजामा का नाड़ा ठीक से कस दिया।

क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई?

भारत कोकिंग कोल लिमिटेड ने सोमवार को सोशल मीडिया पर किए जा रहे उन दावों को झूठा और भ्रामक करार दिया है, जिनमें कंपनी के एक अधिकारी पर केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे का पजामा ठीक करने की बात कही जा रही थी। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि बीसीसीएल का अधिकारी हेडलैंप बैटरी ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बेल्ट को ठीक करने में कोयला और खान राज्यमंत्री दुबे की मदद कर रहा था।

बीसीसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह (सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में किया जा रहा दावा) पूरी तरह से झूठा और भ्रामक है कि कंपनी के अधिकारी ने मंत्री का पजामा ठीक किया।“ अधिकारी ने आगे कहा कि हाल ही में दुबे की बीसीसीएल यात्रा के दौरान कुछ सोशल मीडिया साइट पर यह दिखाया गया कि कंपनी के एक अधिकारी ने मंत्री के जूते उतारे। हालांकि, उस वीडियो की समीक्षा से पता चलता है कि जब मंत्री भूमिगत खदान का निरीक्षण करने के बाद बाहर आकर अपने जूते उतारे तो एक अधिकारी ने जूतों को एक तरफ रख दिया और कर्मचारियों को रखने के लिए दे दिया।

खनन गतिविधियों से जुड़ी परंपरा के मुताबिक, खदान में आने-जाने के बाद खनन के जूते, हेलमेट, हेडलैंप, लैंप-बेटरी बेल्ट और स्टिक आदि सभी वस्तुओं की गिनती की जाती है और उन्हें स्टोर में रख दिया जाता है। अधिकारी ने कहा कि खनन में इस्तेमाल होने वाले जूतों को हाथ से नहीं बल्कि एक उपकरण का उपयोग करके उतारा जाता है। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड देश में खनन किए जाने वाले कोकिंग कोयले का बड़ा हिस्सा पैदा करती है। यह एकीकृत इस्पात क्षेत्र की कुल कोकिंग कोल जरूरतों का लगभग आधा हिस्सा पूरा करती है।

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