नई दिल्ली, 23 सितम्बर। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) प्रबंधन द्वारा मानकीकरण समिति (standardization committee) की बैठक तय कर देने के बाद बोनस की राशि को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं हैं। इधर, यूनियन लीडर्स पर दबाव रहेगा कि वे अधिकतम कितना परफार्मेंस लिंक्ड रिवार्ड (PLR) दिला सकते हैं।

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29 सितम्बर को दोपहर तीन बजे से नई दिल्ली में मानकीकरण समिति की बैठक होगी। 2023 में कोयला कामगारों को 85,500 रुपए बतौर बोनस मिले थे। वित्तीय वर्ष 2023- 24 में कोल इंडिया को 37,369 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है। इस लिहाज से एक लाख रुपए से अधिक की रकम की मांग प्रबंधन से की जा सकती है। मानकीकरण समिति की बैठक के पहले चारों यूनियन के नेता रणनीति बनाएंगे कि प्रबंधन के समक्ष अधिकतम कितनी डिमांड रखनी है।

बीएमएस (BMS) नेता और मानकीकरण समिति के सदस्य मजरूल हक अंसारी ने कहा कि सभी यूनियन आपस में चर्चा करेंगे। हलांकि इसकी पहल अभी नहीं की गई है।

इधर, एचएमएस (HMS) के नेता शिवकुमार यादव ने कहा कि चारों यूनियन का एकजुटता के साथ बोनस की रकम तय कर प्रबंधन के समक्ष मांग रखनी होगी। कंपनी का उत्पादन, राजस्व और लाभ बढ़ा है। इस लिहाज से कामगारों का बोनस एक लाख रुपए से अधिक बनता है। शिवकुमार कहते हैं प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। यदि सम्मानजनक रकम तय नहीं हुई तो आंदोलन का रास्ता भी अपनाया जाएगा।

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माना जा रहा है कि यूनियन के नेता 29 सितम्बर को ही बैठक के पहले रणनीति बनाएंगे। नियमित कोयला कामगारों के अलावा बैठक में ठेका श्रमिकों के बोनस का मुद्दा उठेगा।

 

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