केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आवश्यक खाद्य वस्तुओं की सस्ते दर पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर भारत चना दाल के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। दूसरे चरण के तहत, सरकार 3 लाख टन चना स्टॉक उपभोक्ताओं को आपूर्ति करवा रही है, जिसमें चना दाल की खुदरा कीमत ₹70 प्रति किलो और चना साबुत ₹58 प्रति किलो पर उपलब्ध होगी।

गौरतलब है कि यह पहल त्योहारी मौसम में उपभोक्ताओं के लिए आपूर्ति बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है। केंद्रीय मंत्री जोशी ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “यह पहल हमारे नागरिकों को सस्ती खाद्य वस्तुएं प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। सरकार द्वारा चावल, आटा, दाल और प्याज जैसी आवश्यक खाद्य वस्तुओं की खुदरा बिक्री के माध्यम से बाजार में कीमतों को स्थिर रखने में मदद मिली है।”

भारत ब्रांड केवल चना दाल ही नहीं है बल्कि यह मूंग और मसूर के दालों को भी सस्ते दरों पर उपलबध करा रहा है, जिनकी कीमत क्रमशः ₹107 और ₹89 प्रति किलो है। इसके साथ ही सरकार ने दालों के स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई नीति उपाय किए हैं, जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में लगातार वृद्धि शामिल है। 2024-25 के सीजन के लिए, तुअर, उरद और मसूर की खरीद नीति बिना किसी सीमा के निर्धारित की गई है, जिससे किसानों को अधिक उत्पादन के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

वहीं स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ, सरकार ने मार्च और दिसंबर 2025 तक प्रमुख दालों और पीले मटर के आयात पर लगने वाले शुल्क को भी माफ कर दिया है। इसके अलावा, सरकार ने प्याज की कीमतों को स्थिर करने के लिए 4.7 लाख टन प्याज की खरीद की है और एक प्रभावी निपटान रणनीति लागू की है। अब तक, लगभग 1.15 लाख टन प्याज विभिन्न राज्यों में वितरित किया गया है, जिसमें कुशल वितरण सुनिश्चित करने के लिए रेल परिवहन का उपयोग किया गया है। जोशी ने घोषणा की कि भविष्य की योजनाओं में उत्तर-पूर्वी राज्यों में प्याज की आपूर्ति का विस्तार करना शामिल है, ताकि वहां के उपभोक्ताओं को भी उचित कीमत पर लाभ मिल सके।

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