वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन स्तर पर पहुंचने के बाद, वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-अक्टूबर) के दौरान देश में कुछ प्रमुख खनिजों के उत्पादन में मजबूत वृद्धि देखी गई है। मूल्य के हिसाब से कुल एमसीडीआर खनिज उत्पादन में लौह अयस्क का हिस्सा 69 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क का उत्पादन 274 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) था।
अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-अक्टूबर) में लौह अयस्क का उत्पादन 152.1 एमएमटी से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-अक्टूबर) में 158.4 एमएमटी हो गया है, जो 4.1 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि दर्शाता है। वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-अक्टूबर) में मैंगनीज अयस्क का उत्पादन 11.1 प्रतिशत बढ़कर 2.0 एमएमटी हो गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1.8 एमएमटी था। वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-अक्टूबर) में बॉक्साइट का उत्पादन 11.3 प्रतिशत बढ़कर 13.8 एमएमटी हो गया है, जो वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-अक्टूबर) में 12.4 एमएमटी था।
अलौह धातु के क्षेत्र में, वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-अक्टूबर) में प्राथमिक एल्यूमीनियम उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-अक्टूबर) में 24.17 एलटी से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-अक्टूबर) में 24.46 लाख टन (एलटी) हो गया। इसी तुलनात्मक अवधि के दौरान, परिष्कृत तांबे का उत्पादन 2.83 एलटी से 6.0 प्रतिशत बढ़कर 3.00 एलटी हो गया है।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक, रिफाइंड कॉपर में शीर्ष-10 उत्पादकों में से एक और दुनिया में चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है। चालू वित्त वर्ष में लौह अयस्क के उत्पादन में निरंतर वृद्धि उपयोगकर्ता उद्योग यानी स्टील में मजबूत मांग की स्थिति को दर्शाती है। एल्युमीनियम और तांबे में वृद्धि के साथ, ये वृद्धि रुझान ऊर्जा, इंफ्रास्ट्रक्चर, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे उपयोगकर्ता क्षेत्रों में निरंतर मजबूत आर्थिक गतिविधि की ओर संकेत देते हैं।