कोरबा (आईपी न्यूज)। मुसीबत के वक्त जरूरतमंदो के साथ न केवल खड़ा होना बल्कि उनकी जरूरतों को पूरा करना अपने आप में एक महान मानवीय कार्य है। विश्वव्यापी कोरोना संकट और इससे उपजे लाॅकडाउन की चपेट में वो वर्ग सबसे ज्यादा आया है जो रोजाना की आमदनी पर निर्भर है। ऐसे कठिन समय में मदद के लिए भी सैंकड़ों हाथ बढ़े हैं। इनमें बालको वुमन काउंसिल (Balco Women’s Council) भी शामिल है।

खास बात यह है कि काउंसिल की सभी 11 सदस्य भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में कार्यरत हैं। अपने कार्यस्थल पर कर्तव्य निर्वहन के अलावा काउंसिल की सदस्य कोरोना संकट और लाॅकडाउन से प्रभावित उस तबके को मदद पहुंचा रही हैं जो उसका हकदार है। लाॅकडाउन लागू होते ही कार्ययोजना तैयार कर सेवा कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। इसके तहत बालकोनगर क्षेत्र की बस्तियों और समीप के गांवो में रहने वाले परिवारों को सूखा राशन के पैकेट्स प्रदाय किए जाए रहे हैं। साथ ही तैयार भोजन भी वितरित किया जा रहा है। खास बात यह है कि भोजन तैयार करने में काउंसिल की सदस्य हाथ भी बंटाती हैं।

राशन और भोजन के अलावा बस्तियों और गांवो में पहुंचकर यहा रहने वालों कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जागरूक किया जा रहा है। लोगों को महिला स्व सहायता समूह द्वारा बनाए गए कपड़े से निर्मित मास्क तथा हैंड सेनेटाइजर का वितरण भी किया गया है।

क्या कहती हैं चेयरपर्सन मानसी व सेक्रेटरी सुचिता

वुमन काउंसिल की चेयरपर्सन एवं बालको कंपनी संवाद प्रमुख मानसी चौहान कहती हैं वर्तमान समय मानवीय दुष्टिकोण अपनाते हुए कार्य करने का है। इसी सोच के साथ काउंसिल ने यह बीड़ा उठाया। जरूरतमंद परिवारों के आलावा ऐसी संस्थाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है।

काउंसिल की सचिव सुचिता खान ने बताया कि हम पहले इसकी जानकारी प्राप्त करते हैं कि कौन सा परिवार जरूरतमंद है। उन्हें प्राथमिकता देते हुए उन तक मदद पहुंचाई जाती है। भिक्षुओं का भी ध्यान रखा गया है।

ये है टीम

मानसी चौहान , सुचिता खान, श्रुति प्रसाद, निमिशा सिंह, मीनाक्षी ठाकुर, नेहा पांडेय, पुष्पांजलि, सृजना घोष, रिता ग्रेब्रिल, आनड्रिला बर्मन, युक्ति वर्मा।

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