कोयला मंत्रालय के मार्गदर्शन में, सिंगरौली स्थित कोल इंडिया की शाखा नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने आज अभिनव स्वास्थ्य-केंद्रित सीएसआर पहल ‘चरक’ – “सामुदायिक स्वास्थ्य: कोयलांचल के लिए उत्तरदायी कार्रवाई” की शुरूआत की । इस परियोजना का उद्देश्य सिंगरौली क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से संबंधित चिन्हित प्राण-घातक बीमारियों से पीड़ित रोगियों को मुफ्त इलाज प्रदान करना है।
इस योजना के तहत, घातकता, टीबी और संबंधित जटिलताओं, एचआईवी और संबंधित जटिलताओं, हृदय संबंधी रोग, अंग प्रतिरोपण, अवकुंचन के साथ जलना जिससे स्थायी विकलांगता हो जाए, यकृत विकार, अचानक श्रवण हानि, एआरडीएस, तीव्र सर्जिकल आपात स्थिति, तंत्रिका संबंधी विकार, नसों एवं रक्त वाहिकाओं संबंधी विकार, दुर्घटना आघात, गंभीर हैंडीकैप, मल्टीसिस्टम विकार, संयोजी ऊतक विकार, अचानक दृष्टि हानि आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर, एनसीएल के सीएमडी, श्री बी. साईराम ने इस योजना को समर्पित करते हुए इसके उद्देश्यों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र के समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा कैसे प्रदान करेगी। उन्होंने भौगोलिक चुनौतियों वाले एनसीएल के परिधीय क्षेत्रों में ‘चरक’ योजना के महत्व पर भी बल दिया।
‘चरक’, व्यापक सीएसआर पहल के रूप में, आसपास के उन लोगों के लिए आशा की किरण के रूप में कार्य करती है जो प्राण-घातक बीमारियों के लिए चिकित्सा देखभाल का खर्च उठाने में असमर्थ हैं। निःशुल्क विशिष्ट उपचार के माध्यम से, एनसीएल प्रभावित परिवारों पर वित्तीय और भावनात्मक बोझ को कम करते हुए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सुनिश्चित करने का प्रयास करता है।
जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में, एनसीएल अपने विभिन्न सीएसआर हस्तक्षेपों के माध्यम से सिंगरौली क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक प्रोफ़ाइल में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध है। विशेष रूप से, एनसीएल ने लगभग 10 लाख लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और पिछले 10 वर्षों में विभिन्न सीएसआर पहलों पर 1,000 करोड़ से अधिक खर्च किए हैं।