नई दिल्ली, 16 दिसम्बर (Industrial Punch Desk) : कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने वित्तीय वर्ष 2027- 28 तक 3000 मेगावाट (MW) सौर परियोजना क्षमता की प्राप्ति का लक्ष्य रखा है।
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अब तक 14 सौर परियोजनाओं (Solar Projects) पर काम शुरू हो चुका है। सीआईएल सहित अनुषांगिक कंपनियों द्वारा ये परियोजनाएं स्थापित की जा रही हैं।
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कोयला मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 14 परियोजनाओं के लिए 1209.8 करोड़ रुपए का खर्च किया गया है। इन 14 सौर परियोजनाओं से 661 मेगावाट बिजली मिलेगी।
देखें कंपनीवार परियोजनाएं क्षमता एवं लागत सहित :
एमसीएल
- आनंद विहार, बुर्ला : क्षमता – 2.00 MW, लागत – 13.34 करोड़
एनसीएल
- निगाही : क्षमता – 50 MW, लागत- 211.00 करोड़
- पटनागढ, जिला वलांगीर : क्षमता- 50 MW, लागत- 261.419 करोड़
सीसीएल
- पिपरवार : क्षमता – 20 MW, लागत- 135.00 करोड़
- गिरिडीह, क्षमता- 04 MW, लागत- 24.00 करोड़
एसईसीएल
- भटगांव क्षेत्र, क्षमता- 20 MW, लागत- 71.00 करोड़
- गोरखनाथपुर, विश्रामपुर क्षेत्र, क्षमता- 8 MW, लागत- 28.00 करोड़
- शिवनंदनपुर, विश्रामपुर क्षेत्र : क्षमता- 12 MW, लागत- 36.00 करोड़
बीसीसीएल
- भोजूडीह वॉशरी : क्षमता 25 MW, लागत- 68.00 करोड़
- दुग्धा वॉशरी : क्षमता- 20 MW, लागत- 113.00 करोड़
ईसीएल
- कुनुस्तोरिया और सतग्राम क्षेत्र : क्षमता- 35 MW, लागत- 105.91 करोड़
डब्ल्यूसीएल
- जमुनिया, पेंच क्षेत्र : क्षमता- 15 MW, लागत- 35.70 करोड़
सीआईएल
- खवडा, गुजरात : क्षमता- 300 MW, लागत- 21.74 करोड़
- पाटन, गुजरात : क्षमता- 100 MW, लागत- 84.98 करोड़