मुंबई। बॉलीवुड के मशहूर एक्टर इरफान नहीं रहें। वो 54 साल के थे। इरफान पिछले दो सालों से कैंसर से जंग लड़ रहे थे। आज सुबह मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। 2018 में इरफान खान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला था। लंदन में उनका इलाज चल रहा था। इसके बाद उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद वह भारत वापस आ गए थे। बीते दिनों उनकी मां का निधन हो गया था। लॉकडाउन के चलते वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे। लंदन से इलाज करवाकर लौटने के बाद इरफान कोकिलाबेन अस्पताल के डॉक्टर्स की देखरेख में ही रहे हैं। पिछले कई महीनों से कोकिलाबेन अस्पताल में वह अपनी बीमारी से जुड़े रूटीन चेकअप्स और ट्रीटमेंट करवाते रहे हैं।
फिल्म अंग्रेजी मीडियम के रिलीज के दौरान एक इंटरव्यू में इरफान ने कहा था कि वो अपनी वाइफ सुतपा के लिए जीना चाहते हैं। उन्होंने कहा बताया कि कैसे इस खतरनाक बीमारी के दौरान वे अपने परिवार के करीब आए। कैसे कैंसर से लड़ने में उनकी पत्नी सुतापा ने उनकी मदद की। उन्होंने कहा था- ”मैं सुतापा के बारे में क्या कहूं। वो मेरे साथ 24 घंटे थी। वह मेरी देखभाल करती रहती थी। अगर मुझे जीने का मौका मिले तो मैं उनके लिए जीना चाहता हूं। वह मेरे लिए जीने का कारण है। ट्रीटमेंट रोलर कोस्टर राइड था। जो खुश और यादगार लम्हों से भरी हुई थी। अनिश्चिचता के कारण अच्छे पलों को याद रखा। हम थोड़ा रोए और बहुत सारा हंसे। हम एक विशाल विशाल शरीर बन गए थे। ”
इरफान खान का जन्म एक मुस्लिम परिवार में जयपुर में हुआ था। इरफान जब एम.ए. की पढ़ाई कर रहे थे तभी उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पढ़ाई के लिए स्कालरशिप प्राप्त हुई थी। वहां उनकी मुलाकात सुतापा से हुई। इरफान की शादी सुतापा सिकदर से हुई जिनसे उन्हें दो बच्चे हैं- बाबिल और आर्यना।
उनके करियर की शुरूआत टेलीविजन सीरियल्स से हुई थी। अपने शुरूआती दिनों में वे चाणक्य, भारत एक खोज, चंद्रकांता जैसे धारावाहिकों में दिखाई दिए। उनके फिल्मी करियर की शुरूआत फिल्म ‘सलाम बाम्बे’ से एक छोटे से रोल के साथ हुई।
इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में छोटे बड़े रोल किए लेकिन असली पहचान उन्हें ‘मकबूल’, ‘रोग’, ‘लाइफ इन अ मेट्रो’, ‘स्लमडॉग मिलेनियर’, ‘पान सिंह तोमर’, ‘द लंचबाक्स’ जैसी फिल्मों से मिली। आपको बता दें इरफान ने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष देखें हैं।
इरफान बहुत साधारण परिवार से थे। इरफान घर के बड़े बेटे थे इसलिए उनके परिवार को उम्मीद थी की वह जल्द ही कमाना शुरु कर देंगे। लेकिन इरफान ये सब करने में असमर्थ रहे । इरफान एक्टिंग करना चाहते थे। इसलिए नौकरी ना कर एनएसडी में एडमिशन ले लिया।
बड़ी परेशानी तब आई जब उनका एनएसडी में प्रवेश हुआ। उन्हीं दिनों उनके पिता की मृत्यू हो गई। घर वहीं इन सारी बातों को एक बड़े गौर से एक लड़की देखा करती थी। फिर एक समय आया जब इरफान के पास कुछ नहीं था तो उस लड़की ने उनकी मदद की।
फिर इरफान ने अपने दोस्तों के साथ एक टेलिफिल्म बनाई थी जिसे देखकर गोविंद निहलानी ने उन्हें काम दिया। उसके बाद उस दिल्ली वाली लड़की ने इरफान का साथ नहीं छोड़ा। एक समय आया फिर जब दोनों को सिनेमा में काम मिलने लग गए। फिर दोनों ने शादी कर ली।
इरफान के अभिनय का कायल सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं रहा उन्होंने हॉलीवुड की कई फिल्मों में दमदार भूमिका निभाई। इरफान का अब तक का फिल्मी कॅरियर शानदार रहा है। उनकी एक्टिंग और फिल्मों को पसंद करने वाले करोड़ों फैंस है।