नागपुर, 26 मार्च। एचएमएस (HMS) नेता शिवकुमार यादव ने ड्रेस कोड के निर्धारिण के लिए सीआईएल (CIL) प्रबंधन द्वारा पृथक से कमेटी बनाने के औचित्य पर सवाल उठाया है। उन्होंने गठित की गई कमेटी में बीएमएस (BMS) से दो- दो प्रतिनिधि रखने का विरोध किया है।

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शिवकुमार यादव ने कहा है कि ड्रेस कोड के निर्धारिण के लिए पृथक से कमेटी बनाने की कोई आवश्यकता नहीं थी। इस विषय पर मानकीकरण समिति में चर्चा कर निर्णय लिया जा सकता था। है। इसे ऐपेक्स जेसीसी में ले जाया जा सकता था।

एचएमएस नेता ने कहा कि सीआईएल प्रबंधन ने कमेटी बना दी है तो इसमें बीएमएस से दो प्रतिनिधियों को क्यों स्थान दिया गया है। जबकि अन्य यूनियन से एक- एक प्रतिनिधि लिए गए हैं। कोल सेक्टर की सबसे बड़ी यूनियन हिंद मजदूर सभा है। इस लिहाज से एचएमएस से दो प्रतिनिधि होने चाहिए थे।

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उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने बीएमएस से दो प्रतिनिधि लिए हैं तो इसका आधार क्या है? क्या प्रबंधन यह मानता है कि कोल सेक्टर की सबसे बडी यूनियन बीएमएस है? यदि ऐसा है तो सीआईएल प्रबंधन इसका प्रमाण दे। शिवकुमार यादव ने कहा कि प्रबंधन के इस निर्णय का विरोध किया जाएगा।

 

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