कोरबा, 28 मार्च। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित हसदेव थर्मल पावर स्टेशन (HTPS), कोरबा पश्चिम में इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (EPC) आधार पर 2×660 मेगावाट (MW) सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (CSPGCL) से, घरेलू प्रतिस्पर्धी बोली के तहत, एक महत्वपूर्ण ऑर्डर प्राप्त किया है।
बीएचईएल के कार्य क्षेत्र में सुपरक्रिटिकल बॉयलर, टरबाइन, जनरेटर जैसे प्रमुख उपकरणों के डिजाइन, इंजीनियरिंग, विनिर्माण और आपूर्ति के साथ-साथ थर्मल पावर स्टेशन का संपूर्ण निर्माण, परीक्षण और कमीशनिंग शामिल है। कंपनी के कार्यक्षेत्र में SOx उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए बीएचईएल-निर्मित अत्याधुनिक फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) उपकरणों की आपूर्ति भी शामिल है।
भारत के अग्रणी विद्युत उपकरण निर्माता के रूप में, देश भर में 1,72,000 मेगावाट से अधिक यूटिलिटी विद्युत क्षमता स्थापित करने के साथ, बीएचईएल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को सुदृढ़ करने और पावर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के विजन को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
यहां बताना होगा कि दो दिन पहले ही विस्तार परियोजना को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय पर्यावरणीय स्वीकृति मिली है। विस्तार परियोजना की नींव जुलाई 2023 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा रखी गई थी।
बीएचईएल के शेयर में तेजी देखने को मिली
बीएचईएल को थर्मल पावर प्लांट का 11,000 करोड़ रुपये से भी बड़ा ऑर्डर मिलना, भारत के पावर सेक्टर में कंपनी की क्षमता को दिखाता है। इस ऐलान के बाद, बीएचईएल के शेयर में तेजी देखने को मिली और यह दोपहर के कारोबार में 1.79 प्रतिशत की बढ़त के साथ 217.80 पर था। बीते एक महीने में शेयर 22 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुका है।
दामोदर वैली कॉरपोरेशन से 6,200 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट भी जीता था
पिछले सप्ताह, कंपनी को गुजरात राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जीईएससीएल) से तापी, गुजरात में 1×800 मेगावाट उकाई एक्सटेंशन यूनिट 7 में ईपीसी पैकेज के लिए 7,500 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला था। पिछले महीने, बीएचईएल को तेलंगाना में 800 मेगावाट की थर्मल पावर यूनिट स्थापित करने के लिए सिंगरेनी कोलियरीज से 6,700 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला। इसी महीने के दौरान, बीएचईएल ने दामोदर वैली कॉरपोरेशन से 6,200 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट भी जीता था। इन लगातार बड़े ऑर्डरों ने बीएचईएल की ऑर्डर बुक को काफी बढ़ावा दिया है, जो वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के अंत तक 1.6 लाख करोड़ रुपये की हो गई है।