अडानी ग्रीन एनर्जी ने 4,667 मेगावाट की ग्रीन एनर्जी की सप्लाई के लिए पब्लिक सेक्टर की कंपनी सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के साथ समझौता किया है। कंपनी की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, यह दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा ग्रीन पॉवर परचेज एग्रीमेंट है।
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा, “आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत, देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ रिन्यूएबल एनर्जी फुटप्रिंट में तेजी लाने के दोहरे उद्देश्य की दिशा में यह समझौता एक मील का पत्थर साबित होगी।”
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने जून 2020 में अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) का 8,000 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाने का टेंडर दिया था, जो दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा सोलर पावर टेंडर है। अडानी एनर्जी ने यह टेंडर करीब 6 अरब डॉलर यानी करीब 45,300 करोड़ रुपए की बोली लगाकर जीती थी। मौजूदा 4,667 मेगावाट का पावर परचेज एग्रीमेंट इसी टेंडर का हिस्सा है।
AGEL अभी तक, 6000 मेगावाट की उत्पादन क्षमता को लेकर पावर परचेज एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर चुकी है। बाकी 2,000 मेगावाट को लेकर भी अगले दो से तीन महीनों में पावर परचेज एग्रीमेंट होने का अनुमान जताया जा रहा है।
गौतम अडानी ने इसके साथ यह भी ऐलान किया कि अडानी ग्रुपरिन्यूएबल एनर्जी सेगमेंट में 50 से 70 अरब डॉलर के निवेश को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमने 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी बनने का लक्ष्य रखा है। यह एग्रीमेंट उसी दिशा में एक कदम है। हाल ही में COP26 की कार्यवाही के बाद, यह तेजी से स्पष्ट हो रहा है कि दुनिया जिस रफ्तार से कम कार्बन उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ रही थी, उसे उससे तेजी से इस ओर बढ़ना है।”
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