कोयला मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव एम नागराजू ने कहा कि खनन उद्योग के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के बहुत अधिक भायदे हैं, लेकिन हम आज भी पुरानी प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर रहे हैं।
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित एक वेबिनार में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत अन्य देशों की तुलना में नई तकनीकों को अपनाने में पीछे है। उद्योग को नई व आधुनिक प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित करने और निवेश करने, अनुसंधान के बीच सहयोग करने की आवश्यकता है।
नागराजू ने कहा कि हमें खनन के लिए AI और IOT के अनुसंधान और अनुप्रयोगों में निवेश करना होगा, क्योंकि ये प्रौद्योगिकियां लागत बचाने वाली होंगी जिससे अधिक लाभ होगा।
कोयला मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव ने कहा कि उत्पादकता के उच्च स्तर, बेहतर गुणवत्ता और प्रणाली में दक्षता लाने की अभी और जरूरत है।
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