कोरबा। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने किशोरी बालिकाओं को माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता प्रबंधन के अनेक आयामों से परिचित कराने के लिए चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की।
सार्थक जन विकास संस्थान नामक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से बालकोनगर में आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य किशोरियों को ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित करना था जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक कर सकें। आयोजन में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की 60 किशोरी बालिकाओं ने भागीदारी की।
कार्यशाला के बाद प्रशिक्षित लीडर्स को कोरबा कलेक्टर श्रीमती रानू साहू और बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति के हाथों प्रमाणपत्र वितरित किए गए। श्रीमती साहू ने परियोजना के नामकरण ‘नई किरण’ का विमोचन भी किया।
कलेक्टर श्रीमती साहू ने ‘नई किरण’ परियोजना एवं आयोजन की दिल खोलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह बड़े सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है कि जिस विषय पर आमतौर पर समाज में खुलकर चर्चा नहीं होती उस पर कार्यशाला में प्रशिक्षित किशोरी बालिकाएं बिना झिझक बात कर रही हैं। बालको की परियोजना ‘नई किरण’ भ्रांतियों को दूर करने और समुदाय को परस्पर जोड़ने की दिशा में उत्कृष्ट पहल है। श्रीमती साहू ने माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए बालको की कटिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने हुए कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारण और संकल्पशक्ति से सब कुछ पाना संभव है।
श्री पति ने कहा कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्रित ‘नई किरण’ परियोजना बालको और जिला प्रशासन का महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं से जुड़े अत्यंत संवेदनशील विषय पर गोष्ठियों और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता का संचार कर हम अपनी बेटियों को सुरक्षित बना रहे हैं। श्री पति ने प्रतिभागियों की हौसल अफजाई करते हुए कहा कि कोरबा जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बालको संचालित परियोजना को नए आयाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक जागरूकता की दिशा में 60 किशोरी लीर्डस का योगदान महत्वपूर्ण होगा।
कार्यक्रम में सार्थक जन विकास संस्थान के निदेशक डॉ. मेहुल चौहान ने बालको की मदद से समाज में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह एक चुनौतीपूर्ण अभियान है जिसमें अब बड़ी संख्या में महिलाएं आगे बढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। आने वाले समय में कोरबा जिले के 40 गांव ‘नई किरण’ परियोजना के अंतर्गत शामिल हो जाएंगे।
प्रतिभागी किशोरी लीडर्स ने बताया कि कार्यशाला में उन्हें विभिन्न अवस्थाओं में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों, हार्मोन संबंधी बदलावों, विभिन्न बीमारियों से बचाव, पोषण आहार के महत्व आदि संबंधी जानकारियां दी गईं। प्रतिभागियों ने बेहतरीन आयोजन के लिए बालको प्रबंधन के प्रति आभार जताया। आयोजन के दौरान कोविड-19 दिशानिर्देशांे का पालन सुनिश्चित किया गया।
बालको ने वर्ष 2019 से सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग से कोरबा जिले के गांवों एवं नगर पालिक निगम क्षेत्रों में माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता परियोजना लागू की। इसके दायरे में लगभग 24000 महिलाएं और किशोरी बालिकाएं शामिल हैं। इसका उद्देश्य महिलाओं और किशोरी बालिकाओं की माहवारी संबंधी विविध भ्रांतियों को दूर कर उन्हें स्वच्छता और स्वास्थ्य के अनेक आयामों से परिचित कराना है।
परियोजना के अंतर्गत जी-9 समूह (सरपंच, मितानिन, पार्षद, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्व सहायता समूह की क्लस्टर अध्यक्ष) का गठन किया गया है। इस समूह के सदस्य माहवारी संबंधी जागरूकता लक्षित नागरिकों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। परियोजना के अंतर्गत बालकोनगर में महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन बनाने का प्रशिक्षण देने के लिए बालको द्वारा एक इकाई स्थापित की गई है।
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