बिलासपुर, 10 अप्रेल। ऑल इंडिया कोल पेंशनर्स एसोसिएशन ने शनिवार को वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग से कोल इंडिया और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड पेंशनभोगी जुड़े।
एआईसीपीए के संयोजक पीके सिंह राठौर ने बताया कि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली एनसीआरए, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों के कोयला पेंशनभोगियों ने भी वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर हुई इस बैठक में भाग लिया।
श्री राठौर ने बताया कि सीएमपीएफओ वर्ष 2018- 19, 2019- 20, 2020- 21 के लिए भविष्य निधि कोष पर बढ़ी हुई ब्याज राशि को जमा करने में विफल रहा है। 15 अप्रेल, 2022 तक ब्याज की राशि जमा नहीं होने पर एआईसीपीए द्वारा 18 अप्रेल को सीएमपीएफओ कार्यालयों का घेराव किया जाएगा।
बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने बताया कि धनबाद, आसनसोल, रांची, बिलासपुर, नागपुर, सिंगरौली, जबलपुर, रामागुंडम, तालचेर आदि स्थानों पर घेराव के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं।
केएन प्रसाद ने कहा कि हालांकि सीएमपीएफओ सक्रिय रूप से ब्याज जमा करने के लिए काम कर रहा है और इसे लागू करने के लिए कुछ समय लग सकता है।
पवन टंडन, एनजी मुखर्जी, अंबिका चक्रवर्ती, एमएल आजाद ने दोहराया कि घेराव कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया जाएगा।
श्री राठौर ने आगे बताया कि एआईसीपीए ने कोयला कर्मचारियों की पेंशन में संशोधन न करने पर 25 जुलाई, 2022 से दिल्ली में रिले धरना शुरू करने का निर्णय लिया है। इसी तरह सेवानिवृत्त कोयला कर्मचारियों के अल्प पेंशन के मुद्दे को उजागर करने के लिए देश भर के संसद सदस्यों से संपर्क किया जा रहा है।
रामचंद्र राव और एन वेणुमाधव ने अंशदायी पोस्ट सेवानिवृत्ति चिकित्सा योजना में निहित दोषों का मुद्दा उठाया और कहा कि पैनलबद्ध अस्पताल कैशलेस उपचार प्रदान करने से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने आग्रह किया कि सीआईएल एवं सिंगरेनी प्रबंधन को कोयला कर्मचारियों के सामने आने वाली कठिनाइयों पर ध्यान देना चाहिए।
डॉ एएम मोहन ने सीपीआरएमएसई के संबंध में उठाए गए विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया।
वेणु माधव ने 14 अप्रेल को हैदराबाद में आयोजित होने वाले कोयला पेंशनभोगियों के सम्मेलन के संबंध में की गई तैयारी के बारे में जानकारी दी।
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