कोलकाता, 27 जून। गुरुवार को कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की एपेक्स जेसीसी (Apex JCC) की बैठक कोलकाता स्थित मुख्यालय में आयोजित हुई। प्रबंधन ने कामगारों के सालाना बोनस एक स्कीम के तहत प्रदाय किए जाने का प्रस्ताव रखा। यूनियन नेताओं इसे खारिज कर दिया।
यूनियन नेताओं ने प्रबंधन को स्पष्ट किया कि बोनस पर फैसला पहले की तरह ही होगा। बताया गया है कि यूनियन ने खदान दुर्घटना में मौत होने पर 25 लाख रुपए के भुगतान का प्रस्ताव रखा। चेयरमैन ने इस संदर्भ में कोयला मंत्री से चर्चा करने की बात कही। बैठक में प्रमुख रूप से कोयला उत्पादन, उत्पादकता, प्रेषण, प्राप्ति और गुणवत्ता में सुधार को लेकर चर्चा की गई। इसी तरह संसाधन के उपयोग, खदानों की क्षमता, उपकरण, मानव संसाधन तथा लागत, अर्थव्यवस्था एवं लाभप्रदता को लेकर भी चर्चा हुई।
बैठक में पेंशन और सीपीआरएमएस फंड को मजबूत करने, सरलस क्वाटर्स, बॉयोमैट्रिक अटेंडेंस पर भी बात हुई। नेताओं ने एपेक्स जेसीसी की नियमित बैठक करने की बात कही। यहां बताना होगा कि पिछली बैठक 2022 में हुई थी।
एपेक्स जेसीसी की बैठक की अध्यक्षता सीआईएल चेयरमैन पीएम प्रसाद ने की। बैठक में कार्मिक व औद्योगिक संबंध निदेशक विनय रंजन, निदेशक तकनीक वीरा रेड्डी, यूनियन प्रतिनिधियों के तौर पर बीएमएस से के. लक्ष्मा रेड्डी, एचएमएस से नाथूलाल पाण्डेय, एटक से रामेन्द्र कुमार, सीटू से डीडी रामनंदन, सीएमओएआई से सर्वेश सोनी सम्मिलित हुए। अनुषांगिक कंपनियों के सीएमडी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
बैठक में इन मुद्दों को भी उठाया गया :
- दुर्घटनाओं से बचने के लिए खनन क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करना।
- सभी खदानों में सीमा पर बाड़ लगाया जाये और ओसीपी माइंस में हल्के और भारी वाहनों के लिए अलग-अलग सड़कें बने।
- कंपनी के स्वामित्व वाली मशीनों की मरम्मत और रखरखाव पर ध्यान दिया जाए।
- अधिग्रहीत भूमि का बड़ा हिस्सा विभागीय श्रमिकों द्वारा उत्पादन के लिए उपयोग किया जाए।
- ठेका श्रमिकों के लिए एचपीसी वेतन का भुगतान, वार्षिक पीएलआर बोनस सुनिश्चित किया जाये, बायोमीट्रिक उपस्थिति बने।
- ठेका श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को चिकित्सा सुविधाएं व सामाजिक सुरक्षा आदि सुनिश्चित हो।
- सभी अनुषंगी कंपनियों में मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पतालों का निर्माण हो।
- रेफरल अस्पताल में कैशलैस इलाज सुनिश्चित हो.