आर्थिक मामलों की समिति ने लद्दाख (Ladakh) में 13 गीगा वाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना (renewable energy project) के लिए अंतर-राज्य ट्रांसमिशन सिस्टम, ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर चरण-2 परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना को 2029-30 तक स्थापित करने का लक्ष्य है। इसकी कुल अनुमानित लागत 20 हजार सात सौ 73 करोड़ रुपये से अधिक है।
लद्दाख क्षेत्र के जटिल भूभाग, प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों और रक्षा संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड इस परियोजना के लिए कार्यान्वयन एजेंसी होगी। इस बिजली को निकालने के लिए ट्रांसमिशन लाइन हिमाचल प्रदेश और पंजाब से होकर हरियाणा के कैथल तक जाएगी, जहां इसे राष्ट्रीय ग्रिड के साथ एकीकृत किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर को बिजली उपलब्ध कराने के लिए लेह-अलुस्टेंग-श्रीनगर लाइन से भी जोड़ा जाएगा। यह परियोजना वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन से पांच सौ गीगा वाट स्थापित बिजली क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान देगी।