बेंटले बेंटायगा 0-100 किलोमीटर की रफ्तार 3.9 सेकंड में पकड़ती है जबकि लेम्बोर्गिनी उरुस केवल 3.6 सेकंड में ही 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। बेंटले बेंटायगा को ब्रिटेन में डिजाइन किया गया है और यह आज तक का सबसे शक्तिशाली और प्रदर्शन उन्मुख बेंटायगा है।
बेंटले लगातार कार का परीक्षण कर रही है और और इसे ब्रिटेन के क्रेवे के कारखाने में बनाया जा रहा है। बता दें कि बेंटले की एक शानदार कार बेंटले मल्सैन का उत्पादन बंद कर दिया गया है। कंपनी ने हाल ही में इस कार के आखरी यूनिट का उत्पादन किया है। बता दें कि इस कार बेंटले के होम टाउन क्रयू, चेशायर, इंग्लैंड में बनाया जाता था।
यह कार हैंडक्राफ्ट का एक बहुत ही बेहतरीन नमूना है और कंपनी ने एक दशक से भी ज्यादा समय में इस कार के केवल 7,300 यूनिट ही बनाए हैं। पूरे एक दशक में बेंटले की इस कार को बेहद पसंद किया गया और इसका यह सफर बहुत ही बेहतरीन रहा है। चुंकि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला हुआ है, इसकी के चलते कंपनी में इस कार के अंतिम यूनिट का प्रोडक्शन पूरा होने पर जश्न मनाया गया था।
जानकारी के अनुसार बेंटले मल्सैन स्पीड ‘6.75 एडिशन बाई मुल्लिनर’ के इस आखिरी यूनिट को ‘टंग्सटन के ऊपर रोज गोल्ड’ फिनिश में तैयार किया गया है। इस आखिरी कार को यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के एक भाग्यशाली ग्राहक के लिए तैयार किया गया है।
बेंटले बेंटायगा की बात करें तो इसमें 6.0 लीटर का डबल्यू 12 इंजन लगाया गया है जो 626 बीएचपी की पॉवर प्रदान करता है। लेम्बोर्गिनी उरुस इस कार से थोड़ी पीछे है। उरुस की टॉप स्पीड 305 किलोमीटर प्रतिघंटा है।