14 अप्रैल 2025 को एसईसीएल मुख्यालय में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ( Baba Saheb Dr. Bhimrao Ambedkar) की 134 वीं जयंती, सीएमडी हरीश दुहन के मुख्य आतिथ्य, निदेशक तकनीकी (संचालन सह योजना-परियोजना) श्री एन. फ्रेंकलिन जयकुमार, निदेशक (मानव संसाधन) बिरंची दास, मुख्य सतर्कता अधिकारी हिमांशु जैन के विशिष्ट आतिथ्य, विभिन्न विभागाध्यक्षों, विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधियों, एससी/एसटी एसोसिएशन, सिस्टा के पदाधिकारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, महिलाओं, बच्चों की उपस्थिति में मनाई गई।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री हरीश दुहन ने अपने संबोधन में कहा ऐसे महामानव सदी में एक बार पैदा होते हैं। उन्होने सम्पूर्ण राष्ट्र, सर्व मानव समाज के लिए कार्य किया। उनके समाजोन्मुख सोच के परिणामस्वरूप भारतीय समाज में एक नयी चेतना का विस्तार हुआ, समाज में काफी सकारात्मक बदलाव आए। उनके जीवन से हमें यह भी शिक्षा मिलती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी हमें सफलता के लिए रास्ता निकालना चाहिए।

इस अवसर पर श्रम संघ प्रतिनिधि सर्वश्री कृष्णा सूर्यवंशी, डी.पी. दिवाकर, संजय साहू, अजय सिंह, राहुल दास, सूरज बघेल ने अपने-अपने सम्बोधन में भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम के आयोजन पर प्रबंधन को धन्यवाद ज्ञापित किया।

प्रारंभ में मुख्य अतिथि ने गौतम बुद्ध एवं बाबा साहेब के चित्र के समीप दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया उपरांत गौतम बुद्ध एवं बाबा साहेब के चित्र पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों ने माल्यार्पण किया तत्पश्चात बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की स्थापित प्रतिमा पर मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों, विभागाध्यक्षों, श्रमसंघ पदाधिकारियों, एससी/एसटी एसोसिएशन, सिस्टा के पदाधिकारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों ने बारी-बारी से माल्यार्पण किया।

इस अवसर पर एसईसीएल प्रबंधन द्वारा बिलासपुर स्थित माता रानी की कुटिया महिला वृद्धाश्रम में कुर्सी, पेटी एवं मिष्ठान का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में दिशा खोब्रागडे, निशा ठावरे द्वारा बुद्ध वंदना की गयी। कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व प्रबंधक (मानव संसाधन) श्री वरूण शर्मा ने निभाया।

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