नई दिल्ली, 21 अप्रेल। सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट (सीएमपीडीआई) को मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (एमईसीएल) में मर्ज किए जाने के निर्णय की खबर में नया मोड़ आया है।
बताया गया है कि सीएमपीडीआई कोल इंडिया के साथ बनी रहेगी। बल्कि एमईसीएल को सीएमपीडीआई में विलय किया जाएगा। भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुधीर घुरडे ने industrialpunch.com को इसकी जानकारी दी है।
श्री घुरडे ने बताया कि संघ की ओर से केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी को पत्र लिखकर सीएमपीडीआई को एमईसीएल में मर्ज किए जाने के निर्णय को लेकर नाराजगी व्यक्ति की गई थी। उन्हें बताया गया था कि इस फैसले से कोयला उद्योग में खासा आक्रोश है और औद्योगिक शांति भंग हो सकती है। कोयला मंत्री को उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी गई थी।
एबीकेएमएस के महामंत्री श्री घुरडे के अनुसार पत्र लिखे जाने के बाद संगठन को जानकारी दी गई कि सीएमपीडीआई का विलय एमईसीएल में नहीं किया जाएगा, बल्कि एमईसीएल को सीएमपीडीआई में मर्ज किया जाएगा।
संघ के महामंत्री ने बताया कि इस संदर्भ में कोयला एवं खान मंत्रालय ने कार्यवाही शुरू कर दी है और शीघ्र ही एमईसीएल के सीएमपीडीआई में विलय संबंधी आदेश जारी कर दिया जाएगा।
श्री घुरडे ने बताया कि रविवार रात आठ बजे कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी से इस संदर्भ में चर्चा हुई है। कोयला मंत्री ने साफ तौर पर कहा है कि सीएमपीडीआई में एमईसीएल का विलय किया जाएगा और एक सप्ताह के भीतर इस पर निर्णय ले लिया जाएगा।
इधर, एचएमएस नेता नाथूलाल पांडेय ने भी बताया कि कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने जानकारी दी है कि सीएमपीडीआई का एमईसीएल में विलय नहीं होगा। एमईसीएल को सीएमपीडीआई में मर्ज किया जाएगा।
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