भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन ने इस्तांबुल में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में देश के लिए इकलौता गोल्ड मेडल जीता। 25 साल की निकहत ने फ्लाई वेट कैटेगरी (52 KG) के फाइनल में थाईलैंड की जुटामास जितपों को हराया। भारत की युवा मक्केबाज ने यह बाउट 5-0 से एकतरफा अंदाज में अपने नाम किया।
52 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में कल निकहत ने ब्राजील की केरोलिन डी एल्मिडा को 5-0 से हराया था। भारत को महिला वर्ल्ड चैंपियनशिप में 4 साल बाद गोल्ड मिला है। इससे पहले 2018 में एमसी मेरीकॉम चैंपियन बनी थीं।
निकहत ने बाउट की शुरुआत शानदार अंदाज में की और पहला राउंड 5-0 के अंतर से अपने नाम किया। दूसरे राउंड में थाई मुक्केबाज ने वापसी की और इसे 3-2 से जीतकर मुकाबले में वापसी के संकेत दिए।
निकहत ने तीसरे राउंड में फिर से दमखम लगाया और इसमें जीत हासिल करते हुए बाउट को ओवरऑल 5-0 के अंतर से जीत लिया। यहां 5-0 का मतलब यह है कि मैच के सभी पांच लाइन जज ने निकहत को ही विजेता माना।
निकहत पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में नजर आईं। इसका सबूत यह है कि उन्होंने सभी मुकाबले 5-0 से एकतरफा अंदाज में अपने नाम किए। राउंड ऑफ 32 में निकहत ने मैक्सिको की फातिमा हेरेरा को हराया। राउंड ऑफ 16 में उन्होंने मंगोलिया की प्रतिद्वंद्वी को मात दी।
क्वार्टर फाइनल में भारतीय मुक्केबाज ने इंग्लैंड की चार्ली डेविसन को हराया। इसके बाद सेमीफाइनल में ब्राजील की कैरोलिन डी अल्मेडा और फाइनल में थाईलैंड की जुटामास जितपों को हराकर गोल्ड मेडल देश के नाम किया।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …