बिहार में विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में आज 71 विधानसभा सीटों पर 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता 1,066 प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे। पहले दौर में मुख्य मुकाबला विपक्षी दलों कांग्रेस, आरजेडी और वामदलों के महागठबंधन और बीजेपी-जेडीयू वाले एनडीए के बीच है। लेकिन, कुछ इलाकों में अन्य राजनीतिक दलों की मौजूदगी से मुकाबला त्रिकोणीय भी हुआ है।
2.14 करोड़ वोटर, 31380 मतदान केंद्र
पहले दौर में 2.14 करोड़ मतदाताओं के लिए 31,380 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई है। पहले दौर में सबसे ज्यादा उम्मीदवार गया में हैं। यहां 27 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि सबसे कम उम्मीदवार बरबीघा सीच पर हैं। यहां सिर्फ 5 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
एक पूर्व सीएम और 8 मंत्री मैदान में
प्रथम चरण के 1066 उम्मीदवारों में कई कई हाइप्रोफाइल सीटें हैं और कई बड़े नेता मैदान में हैं। इस कारण यह उनके लिए प्रतिष्ठा का भी सवाल है। पहले चरण के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के अलावा बिहार के आठ मंत्री प्रेम कुमार, कृष्णनंदन वर्मा, शैलेश कुमार, विजय कुमार सिन्हा, जय कुमार सिंह, रामनारायण मंडल, संतेाष कुमार निराला तथा बृजकिशोर बिंद सहित कई दिग्गज चुनावी मैदान में हैं।
प्रथम चरण के चुनाव में एनडीए की तरफ से बीजेपी के 29,जेडीयू के 35, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के 6 और विकासशील इंसान पार्टी के एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के 42, कांग्रेस के 21 और सीपीाई (माले) के आठ प्रत्याशी चुनावी समर में हैं।
बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। इसके तहत प्रथम चरण के लिए 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर, दूसरे चरण के लिए तीन नवंबर को 94 सीटों पर और तीसरे चरण के लिए सात नवंबर को 78 सीटों के लिए मतदान होगा। वहीं वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।