संबलपुर, 12 अप्रेल। भारतीय मजदूर संघ (BMS) के कोल प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी गर्जनबहाल खदान (Garjanbahal Coal Mines) में हुई दुर्घटना के लिए महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (MCL) प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।
श्री रेड्डी स्टैडिंग कमेटी ऑन सेफ्टी इन कोल माइंस के सदस्य भी हैं। बुधवार को तालचर में मीडिया से चर्चा करते हुए बीएमएस नेता ने कहा कि हम दुर्घटना में मृत हुए दोनों कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए 5 कर्मचारियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की गई।
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श्री रेड्डी ने वोल्टास लिमिटेड पर अवैध खनन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 9 मार्च को भी इसी परियोजना में एक संविदा कर्मी की हादसे में मौत हो गई थी।
बीएमएस के कोल प्रभारी ने कोयला मंत्रालय के समक्ष निम्न मांगे रखी :
- दुर्घटना की जांच होने तक संबंधित अधिकारियों को निलंबित रखा जाए।
- खान अधिनियम की धारा 24 के तहत कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन हो।
- मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपए की विशेष अनुग्रह राशि दी जाए।
- कार्य स्थलों पर सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की व्यवस्था की जाए।
- श्रमिकों का षोषण रोका जाए।
होलपैक के बोलेरो को टक्कर मारने से हुआ था हादसा
यहां बताना होगा कि मंगलवार को सुंदरगढ़ जिले में स्थित महानदी कोल फिल्ड लिमिटेड (एमसीएल) की वसुंधरा एरिया की गर्जनबहाल खदान में सुबह करीब 8 बजे होलपैक (Holpack) ने बोलेरो को टक्कर मार दी थी। इस टक्कर से बोलेरो वाहन खदान में 15 फीट नीचे जा गिरा। घटना से वाहन पर सवार दो अधिकारियों (शिफ्ट प्रभारी जगदीश ओराम व उमाकांत पटेल) की मौत हो गई एवं पांच अन्य कर्मचारी घायल हो गए। घायलों को पहले वसुंधरा अस्पताल लाया गया। बाद में उन्हें इलाज के लिए छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित जिंदल अस्पताल रेफर किया गया। बताया गया है कि होलपैक मशीन का परिचालन ठेका कंपनी वोल्टास का ऑपरेटर कर रहा था। यह भी जानकारी दी गई है कि ठेका कंपनी के ऑपरेटर भारी मशीनों के परिचालन के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित नहीं हैं।