कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषांगिक कंपनी सीएमपीडीआई के विनिवेश एवं जेबीसीसीआई- XI की द्वितीय बैठक में हो रही देरी को लेकर बीएमएस से सम्बद्ध अभा खदान मजदूर संघ ने आंदोलन की राह पकड़ी है।
इसे भी पढ़ें : कोल इंडिया लिमिटेड: सितंबर में कोयला उत्पादन में आई गिरावट
इस संदर्भ में अभा खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुधीर घुरडे ने कोल इंडिया चेयरमैन को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि कमर्शियल माइनिंग के दौरान कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने आश्वस्त किया था कि कोल इंडिया का भविष्य में विनिवेश नहीं होगा। इसके बावजूद सीआईएल की अनुषांगिक कंपनी सीएमपीडीआई के विनिवेश की कार्यवाही शुरू की गई है, जो कि उचित नहीं है। कोयला मंत्रालय के इस कदम का संघ विरोध करता है।
पत्र में जेबीसीसीआई- XI की द्वितीय बैठक में हो रही देरी और इस कारण कामगारों में पनप रहे आक्रोश का भी उल्लेख किया गया है।
इसे भी पढ़ें : कोयला मंत्रालय ने सीआईएल व अनुषांगिक कंपनियों के 300 करोड़ रुपए से अधिक के टेंडर के लिए गठित की जांच कमेटी
श्री घुरडे ने बताया है कि उक्त दोनों मुद्दों को लेकर अभा खदान मजदूर संघ द्वारा सभी इकाइयों में 5 से 7 अक्टूबर तक गेट मीटिंग की जाएगी। 8 अक्टूबर को सभी अनुषांगिक कंपनियों के क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालयों के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …