नई दिल्ली, 20 अगस्त। BMS से सम्बद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (ABKMS) कोयला कामगारों से संबंधित 17 सूत्रीय मांगो को लेकर आंदोलन करेगा। यह आंदोलन तीन चरण में होगा।
इसे भी पढ़ें : एनसीएल- सीबीआई- पुलिस के अफसरों और सप्लायर का सिंडिकेट, पढ़ें CBI की सूचना रिपोर्ट :
ABKMS के महामंत्री सुधीर घुरडे ने आंदोलन की सूचना कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन, कोयला सचिव, डीजीएमएस, सीएमपीएफओ को दी है।
आंदोलन के पहले चरण के तहत 01 से 10 सितम्बर तक प्रत्येक ईकाई स्तर पर श्रमिक जागरण हेतु द्वार सभा की जाएगी। द्वितीय चरण में 26 सितम्बर को सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। तृतीय चरण में 30 सितम्बर को सभी कंपनी मुख्यालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया जायेगा। इसके उपरांत भी प्रबंधन द्वारा समस्याओं का निराकरण नहीं किए जाने पर संगठन द्वारा तीव्र आंदोलन किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें : कोयला पेंशनभोगियों का CMPFO के खिलाफ धरना प्रदर्शन 22 को
ये है 17 सूत्रीय मांग :
- सभी अनुषांगिक कंपनी में एक जैसा सदस्यता सत्यापन/चेक ऑफ़ सिस्टम, प्त् पध्दति सुनिश्चित किया जाए।
- वेतन समझौता-11 में मंजूर मांगों का संपूर्ण क्रियान्वयन किया जाए।
- सभी अनुषांगिक कंपनी में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण किया जाए एवं पर्याप्त पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती कर कंपनी अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवाएँ उपलब्ध किया जाए।
- कैडर स्कीम में सुधार कर कंपनी मे पुराने पद नाम जैसे (जनरल मजदूर, माइनिंग सरदार, ओवरमैन, डेटा एन्ट्री ऑपरेटर) इत्यादी में बदलाव किया जाए।
- कोल उद्योग में कार्यरत महिला सशक्तिकरण हेतु सभी अनुषांगिक कंपनी में कमेटी का गठन किया जाए।
- भूमि अधिग्रहण के मुआवजा में बढ़ोत्तरी कर भू-आश्रित को पदस्थ करने में हो रही गड़बड़ी में सुधार किया जाए।
- सीपीआरएमएस स्कीम में कैशलेस ईलाज सुनिश्चित किया जाए और स्मार्ट कार्ड सभीको यथाशीघ्र दिया जाए।
- रिस्ट्रिक्टेड सर्टिफिकेट धारक मायनिंग संवर्ग के गैर अधिकारी से अधिकारी वर्ग में पदोन्नति हेतु पॉलिसी में आवश्यक सुधार किया जाए।
- सेवानिवृत कर्मचारियों का पेंशन रिवाईज किया जाए और बकाया एरिअर्स का भुगतान शीघ्र किया जाए।
- ठेका मजदूरों की समस्या जैसे 8 घंटा ड्यूटी बायो मेट्रिक हाजरी, वेतन, भत्ते, सुरक्षा, कल्याण, सामाजिक सुरक्षा, बोनस/पीएलआर, एचपीसी वेजेस आदी का क्रियान्वयन किया जाए।
- कोल उद्योग में कार्यरत मजदूरों को दुर्घटना होने पर सिंगरेनी कंपनी के तर्ज पर स्थाई मजदूरों को 1 करोड़ 15 लाख एवं ठेका मजदूरों को 40 लाख का एक्सीडेंट इंश्यूरेंस लागू किया जाए।
- सुरक्षा संबंधी सभी एसओपी, कानून इत्यादी का सख्ती से क्रियान्वयन किया जाए दुर्घटना मुक्त उत्पादन को सुनिश्चित किया जाए दुर्घटना के लिये दोषीयो को दंडित किया जाए ।
- CMPF में हुई निवेश धांदली की सीबीआई जांच कराकर दोषियों को दंडित कर सीएमपीएफके नुकसान राशी की वसूली की जाए।
- प्रबंधन द्वारा बीएमएस/एबीकेएमएस के साथ विशेषकर ब्डच्थ् में अपनाई जा रही पक्षपात नीति पर पूरी तरह रोक लगाई जाए।
- CMPF में ऑनलाइन प्रक्रिया शीघ्र अमल किया जाए।
- EPF के तर्ज पर कम से कम 15000 रुपये पर वित्त मंत्रालय द्वारा 1.16 का अंशदान पेंशन स्कीम में जमा किया जाए।
- न्यूनतम पेन्शन 1000 रुपए तुरंत एरियर्स समेत भुगतान किया जाए।