नई दिल्ली, 18 अगस्त। भारतीय मजदूर संघ (BMS) की अखिल भारतीय कार्यसमिति की तीन दिवसीय बैठक मिर्जापुर के चुनार में प्रारंभ हुई। यह बैठक 20 अगस्त तक चलेगी।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या ने कहा कि बीएमएस ने केवल देश बल्कि वैश्विक स्तर पर छाया हुआ है। इसका प्रमाण L-20 की बैठकों में देखने को मिला। L-20 की अध्यक्षता करना बीएमएस के लिए गौरव की बात है। श्री पंड्या ने कहा कि सभी ने मिलकर भारत के तमाम ट्रेड यूनियन के बीच बीमएस को नम्बर एक संगठन बनाया है। इसी कारण L-20 की अध्यक्षता का अवसर बीएमएस को मिला। अब विश्व स्तर पर भी भारतीय मजदूर संघ की जिम्मेदारी बढ़ रही है। बीएमएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने समय के साथ बदलाव लाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें समय के साथ चलना होगा। उन्होंने नई तकनीक और नई औद्योगिक क्रांति का जिक्र किया तथा इस रास्ते पर चलने की बात कही।
इसके पूर्व अखिल भारतीय कार्यसमिति की बैठक का विधिवत शुभारंभ हुआ। बैठक में देश के सभी प्रदेशों सहित दमन दीव, अंडमान निकोबार और नेपाल से संगठन के पदाधिकारी सम्मिलित हो रहे हैं। बैठक में श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा और वेतन विसंगतियों पर चर्चा होगी।
बीएमएस के राष्ट्रीय महामंत्री रविंद्र हिमते ने बताया कि आगामी छह माह की कार्ययोजना तैयार करने के साथ पिछली बैठक के विषयों की समीक्षा की जाएगी। राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि 1955 में महान विचारक दतोपत्त ठेंगड़ी ने राष्ट्र, मजदूर व उद्योग हित के लिए भोपाल में बीएमएस की स्थापना की थी। वर्तमान में 5690 संगठनों व चार करोड़ से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ ये संगठन 2025 में अपने 70 वर्ष पूरे करने जा रहा है।